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    दिल्ली पुलिस की गैंगस्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, कई राज्यों में इनामी कुख्यात हथियार सप्लायर कादिर गिरफ्तार

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 11:39 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर और हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए छह हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। स्पेशल सेल ने यूपी और दिल्ली में छापेमारी कर इन्हें पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों में मेरठ का कुख्यात हथियार सप्लायर कादिर उर्फ ​​बड्डा भी शामिल है जिस पर यूपी पुलिस ने इनाम रखा था। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद किए हैं।

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    दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर और हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए छह हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टरों और हथियार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। दो दिन पहले द्वारका जिला पुलिस द्वारा दिल्ली-एनसीआर में कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ ​​नंदू और विक्की टक्कर गिरोह के 25 ठिकानों पर छापेमारी के बाद, स्पेशल सेल ने सोमवार को यूपी और दिल्ली में दो अलग-अलग ऑपरेशन चलाकर छह हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया।

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    इनमें मेरठ का कुख्यात हथियार सप्लायर कादिर उर्फ ​​बड्डा भी शामिल है। यूपी पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। इनके कब्जे से हथियारों और कारतूसों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है, जिसमें 13 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, दो कट्टे, पांच अतिरिक्त मैगजीन, 87 कारतूस, एक गोली और एक यामाहा एफजेड बाइक शामिल है।

    डीसीपी अमित कौशिक के अनुसार, अवैध हथियारों के गिरोह को करारा झटका देते हुए, एसीपी कैलाश बिष्ट, इंस्पेक्टर सुनील कुमार, राहुल कुमार और विनीत कुमार तेवतिया के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हथियार आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ एक साथ दो अभियानों में मोहम्मद सईम उर्फ ​​भोला (सराय बहलीम, मेरठ), मोहम्मद कामिल (सराय बहलीम, मेरठ), नदीम (हसनपुर, हापुड़), राशिद (एकता कॉलोनी, शहीद नगर, गाजियाबाद), कादिर उर्फ ​​बड्डा (कायस्थ बड्डा, मेरठ) और फ़राज़ (पसुंडा, गाजियाबाद) को गिरफ्तार किया है।

    गुप्त सूचना के आधार पर, सेल ने शाहदरा के श्याम लाल कॉलेज के पास से मोहम्मद सईम को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से चार अर्ध-स्वचालित पिस्तौलें बरामद कीं। पूछताछ के आधार पर, उसके सहयोगी मोहम्मद

    कामिल हुसैन को मेरठ से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल, दो कट्टे और पाँच अतिरिक्त मैगज़ीन बरामद की गईं।

    मोहम्मद सईम के पिता मेरठ में पुरानी कारों की खरीद-फरोख्त का काम करते हैं। वह पहले मेरठ में एक सबमर्सिबल पार्ट्स बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता था। कोरोना के दौरान स्थानीय अपराधियों के संपर्क में आने के बाद वह अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में शामिल हो गया।

    शुरुआत में उसने मेरठ के माज़ नामक एक सप्लायर से हथियार खरीदे, लेकिन उससे विवाद के बाद, उसने अपने साथी कामिल के ज़रिए हथियार मँगवाने शुरू कर दिए। 2024 में उसे मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया।

    रिहा होने के बाद, उसने फिर से आपराधिक गतिविधियाँ शुरू कर दीं और मेरठ व दिल्ली-एनसीआर में हथियारों की सप्लाई जारी रखी। मोहम्मद कामिल हुसैन, सैम के साथ मिलकर, प्रति पिस्टल तीन हज़ार का कमीशन लेता था।

    स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से चार तस्करों नदीम, राशिद, कादिर उर्फ ​​बड्डा और फ़राज़ को गिरफ्तार किया। ये दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल थे। इनके पास से आठ अत्याधुनिक पिस्टल और 87 कारतूस बरामद किए गए। पुलिस टीम ने गाजीपुर के पेपर मार्केट के पास बाइक सवार राशिद को गिरफ्तार कर उसके पास से एक पिस्टल और पाँच कारतूस, नदीम के पास से एक पिस्टल और पाँच कारतूस और उसके बैग से तीन पिस्टल और 60 कारतूस बरामद किए।

    नदीम की निशानदेही पर लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क स्थित एक फ्लैट में छापा मारा गया और कादिर के पास से एक पिस्टल और दो कारतूस बरामद किए गए। राशिद ने बताया कि उसने पसौंडा निवासी फ़राज़ को हथियार सप्लाई किए थे। इसके बाद फ़राज़ को दो पिस्टल और 15 कारतूसों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

    नदीम को सबसे पहले चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश में डकैती, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत 17 मामले दर्ज हैं।

    राशिद पहले साप्ताहिक बाजारों में काम करता था। बाद में वह हथियारों की सप्लाई में शामिल हो गया। कादिर उर्फ ​​बड्डा कादिर के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हत्या, हत्या के प्रयास, गोलीबारी और अवैध हथियार रखने के 15 मामले दर्ज हैं। उसने अपना गिरोह बना लिया था। वह मेरठ के किठौर थाने के एक मामले में वांछित था। फराज के खिलाफ उत्तर प्रदेश में दस मामले दर्ज हैं।