'रुपये नहीं दिए तो परिवार को खत्म कर देंगे', नीरज बवाना गैंग का सदस्य बताकर रंगदारी मांगने वाले तीन गिरफ्तार
खुद को नीरज बवाना गिरोह का सदस्य बताकर स्वरूप नगर के एक उद्योगपति से रंगदारी मांगने वाले एक नाबालिग समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने तीन बार कॉल की और धमकी दी कि आठ लाख रुपये नहीं दिए तो पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाएगा। पुलिस ने तीन मोबाइल फोन व एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।

बाहरी दिल्ली, जागरण संवाददाता। खुद को नीरज बवाना गिरोह का सदस्य बताकर स्वरूप नगर के एक उद्योगपति से रंगदारी मांगने वाले एक नाबालिग समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपित मोबाइल पर नीरज बवाना की फोटो लगाकर गत 22 जून से उद्योगपति से जबरन वसूली की कोशिश कर रहे थे।
रुपये न देने पर मार देने की दी धमकी
इस दौरान आरोपित ने तीन बार कॉल की और धमकी दी कि आठ लाख रुपये नहीं दिए तो पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाएगा। पुलिस ने तीन मोबाइल फोन व एक मोटरसाइकिल बरामद किया है। स्वरूपनगर में डाइ बनाने की फैक्ट्री संचालक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि पिछले महीने की 22 तारीख को अज्ञात नंबर से कॉल आई और उससे आठ लाख रुपये की मांग की।
साथ ही धमकी दी कि पैसा नहीं दिया तो उसे परिवार सहित मार दिया जाएगा। उद्योगपति ने बताया कि जिस नंबर से कॉल आई, उसकी कॉलर आईडी पर संजय गुप्ता का नाम और नीरज बवानिया की फोटो दिख रही थी। इसके बाद वह डर गया और घर से बाहर निकलना व कार्यालय जाना बंद कर दिया। दो दिन बाद 24 जून और फिर 25 जून को अलग-अलग नंबर से फिर से कॉल आई।
ऐप के जरिए कॉल कर मांगे पैसे
कुछ दिन बाद उसे लगा कि अब स्थिति सामान्य हो गई और कार्यालय में जाना शुरू कर दिया। 17 जुलाई को किसी ऐप के जरिए कॉल कर पैसाें की मांग की। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में सामने आया कि जिस मोबाइल नंबर से कॉल की गई, उनके पते फर्जी निकले। इसके बाद पुलिस ने मैन्यूअल इंटेलिजेंस के आधार पुलिस जहांगीर पुरी में संदिग्ध आरोपी के पते तक पहुंच गई।
संदिग्ध की लोकेशन जापानी पार्क, सेक्टर-10 मिली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने जहांगीरपुरी निवासी दीपक झा और बेगमपुर निवासी निशांत को पकड़ लिया। दोनों की उम्र 20 साल है। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। साथ ही उनके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिए गए। दीपक और निशांत के तीसरे साथी को भी पुलिस ने काबू में कर लिया। तीसरा आरोपित नाबालिग है।
अपने ही जाल में यूं फंस गए आरोपित
उद्योगपति से आठ लाख रुपये रंगदारी की पहली कॉल 22 जून को की। इसके बाद आरोपित ने दो बार और कॉल की। पुलिस ने बताया कि उद्योगपति से रंगदारी के तौर पर आठ लाख रुपये की मांग करने वाले आरोपित 35 हजार रुपये की मांग की। इसके बाद पुलिस को लगने लगा कि रंगदारी मांगने वाले कोई पेशेवर अपराधी नहीं हैं, नौसिखिए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपित युवकों का किसी गिरोह से कोई संबंध सामने नहीं आया है।
आरोपित ने जबरन वसूली की कॉल भी पुराने लेन-देन को लेकर की, यह भुगतान शिकायतकर्ता को करना था।आरोपित दीपक रिठाला में निजी संस्थान से तकनीकी पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रहा है। वह जल्द पैसा कमाना चाहता है।निशांत ने 12वीं कक्षा पूरी कर ली है और अपने पिता के साथ निजी फैक्ट्री में काम करता है।

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