Delhi News: गैंगस्टर गोगी के नाम पर 50 लाख रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार, बदमाशों ने घर के बाहर की थी फायरिंग
30 नवंबर को दाे बदमाशों ने दिल्ली के वजीराबाद गांव के रहने वाले व्यवसायी के आवास के बाहर डराने के लिए गोलियां चला दी थी। गोलियां चला गैंगस्टर गोगी के नाम पर 50 लाख की रंगदारी मांगने से संबंधित पर्चा छोड़ भाग गए थे। बाद में नरेंद्र यादव ने अपने यूएई के नंबर से गौरव त्यागी को वाट्स एप काल कर रंगदारी की मांगी थी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। वजीराबाद गांव के रहने वाले व्यवसायी गौरव त्यागी से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के मामले में उत्तरी जिला के स्पेशल स्टाफ ने जेल में बंद गैंगस्टर दीपक उर्फ बाक्सर-सनी काकरन-अनुज जाट गिरोह के बदमाश नरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया है। 30 नवंबर को दाे बदमाशों ने गौरव त्यागी के आवास के बाहर डराने के लिए गोलियां चला दी थी।
वारदात के बाद बदमाश रंगदारी से संबंधित एक पत्र छोड़ मौके से भाग गए थे। बाद में नरेंद्र यादव ने अपने यूएई के नंबर से गौरव त्यागी को वाट्स एप काल कर रंगदारी की मांगी थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच पहले दो बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है।
गैंगस्टर गोगी के नाम पर मांगी थी रंगदारी
डीसीपी उत्तरी जिला मनोज कुमार मीणा का कहना है कि 30 नवंबर को गौरव त्यागी ने पुलिस में शिकायत कर बताया था कि देर रात 12.35 बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने उनके आवास के बाहर गोलियां चला गैंगस्टर गोगी के नाम पर 50 लाख की रंगदारी मांगने से संबंधित पर्चा छोड़ भाग गए थे। वजीराबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर राज मलिक व एसआई रोहित के नेतृत्व में स्पेशल स्टाफ की टीम बनाई गई, जिसमें एएसआई हरफूल, राजीव, हवलदार दवेंद्र, आकाश व कालूराम को शामिल किया गया। पूछताछ में गौरव त्यागी ने बताया कि उन्हें आठ दिसंबर को भी वाट्स एप नंबर से गोगी, दीपक बाक्सर, सनी काकरान व अनुज जाट के नाम से 50 लाख रंगदारी देने का संदेश मिला।
फायरिंग की घटना में शामिल दो बदमाश गिरफ्तार
वाट्स एप नंबर संयुक्त अरब अमीरात स्थित डीयू दूरसंचार सेवा प्रदाता का पाया गया। इसके स्वामित्व के संबंध में किसी भी भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदाता के पास कोई विवरण उपलब्ध नहीं था। काफी जांच पड़ताल के बाद कालर के बारे में पता लगा लिया गया। जिसके बाद पहले क्राइम ब्रांच ने फायरिंग की घटना में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
बाद में स्पेशल स्टाफ को कॉलर नरेंद्र यादव के जेपी अमन, सेक्टर 151 नोएडा में रहने का पता चला। जिसके बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ नरेंद्र ने बताया कि वह दुबई में भारतीय कामगारों को नौकरी दिलाने का कारोबार करता है। उसी दाैरान वह दुबई के कुछ लोगों के संपर्क में आया। वहां उसने अपने एक संपर्क से एक यूएई नंबर प्राप्त कर लिया था।
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