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    'दिल्ली में भाजपा सरकार आने के बाद से प्राइवेट स्कूलों में जिंदा हुआ शिक्षा माफिया', आम आदमी पार्टी का BJP पर निशाना

    Updated: Sat, 19 Jul 2025 07:55 PM (IST)

    दिल्ली में भाजपा सरकार के कथित सहयोग से निजी स्कूलों द्वारा फीस में भारी वृद्धि के खिलाफ अभिभावकों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा है। यूनाइटेड पैरेंट्स वॉयस के नेतृत्व में अभिभावकों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया और भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाए। आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा पर शिक्षा माफिया को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि केजरीवाल सरकार के दौरान फीस नियंत्रण में थी।

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    दिल्ली में निजी स्कूलों की फीस वृद्धि के खिलाफ अभिभावकों का प्रदर्शन

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में भाजपा सरकार की मिलीभगत से निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाई गई बेतहाशा फीस के खिलाफ पैरेंट्स का आक्रोश बढ़ता रहा है। पैरेंट्स का यह गुस्सा अब सड़कों पर दिखाई देने लगा है। शनिवार को यूनाइटेड पैरेंट्स वॉयस संगठन के बैनर तले बड़ी संख्या में पैरेंट्स सड़कों पर उतरकर हस्ताक्षर अभियान चलाया।

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    इस दौरान पैरेंट्स ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बढ़ी फीस जमा नहीं करने का एलान किया। पैरेंट्स के साथ खड़ी आम आदमी पार्टी ने हस्ताक्षर अभियान की वीडियो एक्स पर साझा करते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। ‘‘आप’’ ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की सरकार आने के बाद से निजी स्कूलों में दोबारा शिक्षा माफिया जिंदा हो गया है।

    आम आदमी पार्टी ने कहा कि निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाई गई फीस के खिलाफ अभिभावक सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। दिल्ली में भाजपा सरकार के आने के बाद निजी स्कूलों का माफिया दोबारा ज़िंदा हो गया और मनमाने ढंग से फीस बढ़ा दी।

    भाजपा सरकार भी इन शिक्षा माफियाओं के साथ ही खड़ी है। शिक्षा माफिया और भाजपा सरकार की तानाशाही से परेशान होकर अब बच्चों के अभिभावक सड़कों पर उतर रहे हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

    आम आदमी पार्टी का कहना है कि जब तक दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार थी, निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स ने कभी सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन नहीं किया। क्योंकि केजरीवाल सरकार ने हमेशा पैरेंट्स के हित की सोची और निजी स्कूलों में फीस नहीं बढ़ने दी। निजी स्कूल फीस बढ़ाने की मांग को लेकर कोर्ट तक गए, लेकिन वहां से भी उन्हें मुंह की खानी पड़ी।

    पिछले दस सालों से दिल्ली के पैरेंट्स मन लगाकर अपने काम-धंधे कर रहे थे, उन्हें फीस वृद्धि समेत किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। वहीं, जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार आई है, पैरेंट्स बेतहाशा फीस वृद्धि से परेशान हैं।

    पैरेंट्स दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत अन्य जगहों पर बढ़ी फीस वापस लेने की गुहार लगाकर थक चुके हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। भाजपा सरकार से मिली निराशा के बाद आज पैरेंट्स अपने काम-धंधे छोड़कर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। इसके बाद भी भाजपा की सरकार की कानों में जूं नहीं रेंग रही है।