Delhi Nizamuddin Markaz: तब्लीगी जमात के 'अमीर' मौलाना मो. साद से पुलिस ने पूछे ये 26 सवाल
Delhi Nizamuddin Markaz तब्लीगी जमात के अमीर मौलाना मोहम्मद साद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजकर 26 सवाल पूछे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। तब्लीगी मरकज में हुई घोर लापरवाही के बाद क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज करने के बाद अब मरकज के प्रमुख मौलाना मो. साद को नोटिस जारी कर 26 सवालों का जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि इस मामले की जांच पूरी करने के लिए इन सवालों का जवाब जानना बेहद जरूरी है। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके, जवाब दिए जाएं।
- नोटिस में सबसे पहले मरकज का पूरा पता, इसके पंजीकरण का पूरा ब्योरा मांगा गया है।
- इसके बाद इसके पदाधिकारियों का नाम, पिता का नाम और मोबाइल नंबर सहित पूरी जानकारी मांगी गई है।
- पदाधिकारियों के अलावा जो अन्य सदस्य हैं, उनके बारे में भी पूरी जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
- पिछले तीन साल में जमा कराए गए आयकर की जानकारी देनी होगी। संगठन का पैन नंबर और सभी बैंक खातों का ब्योरा देना होगा।
- संगठन में जो कर्मचारी काम करते हैं, उनके बारे में पूरी जानकारी मांगी गई है।
- पिछले एक साल में यहां कितनी बार आयोजन हुआ और उसमें शामिल हुए लोगों की पूरी जानकारी देनी होगी।
- इसके अलावा इमारत का नक्शा भी मांगा गया है।
- अगर परिसर में सीसीटीवी लगे हुए हैं, उनकी रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध करानी होगी।
- किसी भी तरह का आयोजन करने के लिए दिल्ली पुलिस, किसी अन्य विभाग से कभी अनुमति मांगी गई तो उसके बारे में भी बताना होगा।
- अगर किसी आयोजन की ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई है, तो वह भी देनी होगी।
- मरकज में आने वाले लोगों का ब्योरा जिस रजिस्टर में दर्ज किया था, वह भी देना होगा।
- अगर मरकज में कभी कोई बीमार हुआ था तो उसकी जानकारी देनी होगी।
- इसके अलावा भी कई तरह की जानकारी नोटिस के जरिए मांगी गई है।
- 12 मार्च 2020 के बाद मरकज में आए सभी लोगों की जानकारी। जिसमें भारतीय और विदेशी दोनों शामिल हैं।
मौलाना समेत अन्य आरोपित भूमिगत
क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना मो. साद समेत प्रबंधन से जुड़े छह अन्य मौलाना मुहम्मद अशरफ, मुफ्ती शरजाद, डॉ. जीशान, मुर्शलीन सैफी, यूनुस व मो. सलमान बीते 28 मार्च से ही मरकज से फरार हो गए हैं। इनमें साद व एक अन्य उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर व बाकी दिल्ली के रहने वाले हैं। पुलिस को शक है कि मुहम्मद साद को भी कोरोना का संक्रमण हो चुका है। उसने ऑडियो वायरल कर खुद को क्वारंटाइन करने का दावा भी किया है।
साद के अधिवक्ता ने दावा किया है कि ऑडियो उसी का है। पुलिस का कहना है कि सातों आरोपित मुकदमा दर्ज होते ही भूमिगत हो गए हैं। उन्हें पुलिस ढूंढने का प्रयास भी नहीं कर रही है। क्योंकि गिरफ्तारी के बाद इन सभी को क्वारंटाइन करने की समस्या हो सकती है। फिलहाल सभी को नोटिस भेज दिया गया है। उन्हें 14 दिन बाद ठीक होने पर जांच में शामिल होने को कहा गया है।
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