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नशे की गिरफ्त में आ रहे दिल्ली-एनसीआर के युवा, लगातार बढ़ रही है ड्रग्स की मांग

दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ रहे नशे के कारोबार से युवाओं के बीच नशे का चलन बढ़ता जा रहा है। वहीं पुलिस के आंकडों की मानें तो 2022 में नशीले पदार्थों की तस्करी छह सालों की तुलना में सबसे अधिक है।

By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavPublished: Mon, 30 Jan 2023 11:05 AM (IST)Updated: Mon, 30 Jan 2023 11:05 AM (IST)
नशे की गिरफ्त में आ रहे दिल्ली-एनसीआर के युवा, लगातार बढ़ रही है ड्रग्स की मांग
नशे की गिरफ्त में आ रहे दिल्ली-एनसीआर के युवा। फोटो सोर्स- प्रतीकात्मक फोटो।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर में नशे का काला कारोबार जिस तरह से पैर पसार रहा है वह देश का भविष्य कहे जाने वाले युवाओं के लिए खतरा है। दिल्ली-एनसीआर में साल भर नशे के तस्करों पर चोट तो की जाती है, लेकिन वह नाकाफी है।

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पुलिस तस्करों के नेटवर्क की कमर तोड़ने में नाकाम ही दिखाई दे रही है। पिछले कुछ वर्षों में पकड़े गए ड्रग्स तस्करों और बरामद ड्रग्स की खेप से पता चलता है कि दिल्ली-एनसीआर भी ‘उड़ने” की ओर अग्रसर है।

दिल्ली पुलिस के आंकड़े देखें तो 2022 में मादक पदार्थों की तस्करी छह वर्षों की तुलना में सबसे अधिक हुई है। कुछ माह पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तस्करों की धर पकड़ के आदेश दिए तो दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई तेज की है।

ऐसी है नोएडा की स्थित

नोएडा के नालेज पार्क, सेक्टर-18 और सेक्टर-37, विभिन्न कालेजो, सेक्टरों तथा झुग्गियों के आसपास गांजे का गोरखधंधा चलता है। पिछले छह माह में नोएडा में करीब 230 ड्रग्स तस्करी के मामले सामने आए। कोतवाली से 145 गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से साढ़े चार क्विंटल गांजा बरामद किया गया। हाल ही में एक्सप्रेस-कोतवाली क्षेत्र में एक तस्कर को दबोचा गया,जिसके पास एक लाख कीमत के गांजे के अलावा चरस और कोकीन भी मिली थी।

ऐसी है गुरुग्राम की स्थिति

गुरुग्राम मुंबई की तर्ज पर साइबर सिटी में भी ड्रग्स पार्टी आयोजित होने लगी है। बीते शुक्रवार को उद्योग विहार इलाके में संचालित कासा डांजा क्लब में पार्टी करने के लिए दिल्ली-एनसीआर से 288 युवक-युवती पहुंचे थे। सभी ड्रग्स लेते दिखे। क्लब से 10.67 ग्राम चरस, 6.30 ग्राम हेरोइन, 6.30 ग्राम कोकीन, 2.20 ग्राम गांजा, 3.67 ग्राम एमडीएमए तीन टैबलेट (आरेंज), तीन टैबलेट (पिंक) और तीन टैबलेट (ग्रीन) की बरामदगी की गई। प्रारंभिक छानबीन के मुताबिक रूटीन में युवक-युवती ड्रग्स का सेवन करने के लिए क्लब में आते रहते थे।

गुरुग्राम में 2022 में बरामद नशीले पदार्थ

  • 464 किलो गांजा
  • 1.75 किलो सुल्फा
  • 1.90 किलो हेराईन

फरीदाबाद

  • फरीदाबाद 29 जनवरी 2022: नशा तस्कर लाला के रिश्तेदार अमित के सेक्टर-24 स्थित घर में छापा मारकर 1.13 करोड़ रुपये बरामद।
  • 21 सितंबर 2022: राजस्थान अलवर के गांव बाघौर का रहने वाला राजेंद्र प्रसाद 123 किलोग्राम गांजा के साथ फरीदाबाद में गिरफ्तार।
  • 28 अप्रैल 2022: आदर्श नगर कालोनी बल्लभगढ़ में सीएम फ्लाइंग द्वारा एक गोदाम से बड़ी मात्रा में भांग की गोलियां सहित अन्य मादक पदार्थ बरामद।
  • 22 सितंबर 2022: दिल्ली के गांव कराला के रहने वाले केशव नाम के आरोपित को 200 नशीले इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया।
  • 5 अक्टूबर 2022: 1600 नशीले इंजेक्शन के साथ रोहित गिरफ्तार।

गाजियाबाद में डेढ़ साल पहले बना एंटी नारकोटिक्स सेल

गाजियाबाद पुलिस ने डेढ़ साल पूर्व एंटी नारकोटिक्स सेल तो बना लेकिन हुक्का बार व अवैध शराब के बार पर कार्रवाई के अलावा नशीले पदार्थों की कोई बड़ी खेप नहीं पकड़ी गई है।

तस्करों से बरामद नशीले पदार्थ

साल- नशीले पदार्थ- पार्टी ड्रग्स

  • 2017-8,189- 1521
  • 2018- 6,119- 3,32,897
  • 2019-7858- 5,53,329
  • 2020-5231- 8,22,054
  • 2021-9,707- 4,20,000
  • 2022-4,769- 1,04,117

नोट : सभी नशीले पदार्थ किलोग्राम व पार्टी ड्रग्स की संख्या टेबलेट में है।

नशे को लेकर हुईं आपराधिक घटनाएं

  • 22 नवंबर 2022: पालम में गांजा पीने के लिए पैसे नहीं देने पर युवक ने की पिता, मां, दादी और बहन की हत्या।
  • 14 नवंबर 2022: वेलकम इलाके में आमिर उर्फ साहिल ने नशे की हालत में आगोश अली की गोली मार कर हत्या की।
  • दो अक्टूबर 2022: सुल्तानपुरी इलाके में अजय यादव की पड़ोस में रहने वाले युवकों ने नशे के पैसे न देने पर की हत्या
  • सबसे ज्यादा इन नशीले पदार्थों का होता है सेवन
  • सबसे ज्यादा नशीले पदार्थों में गांजा, हेरोइन, चरस, अफीम, हशीश, कोकीन।

पार्टी ड्रग्स के रूप में इस्तेमाल होने वाली दवाएं

ट्रामाडोल टेबलेट, कोडेन सीरप, केटामाइन टेबलेट, मेथेम्फेटामाइन टेबलेट, कोरेक्स सीरप

दिल्ली के ड्रग्स हाटस्पाट

सुल्तानपुरी, सीलमपुर, सीमापुरी, जहांगीरपुरी, कापसहेड़ा, भलस्वा डेरी, मंगोलपुरी, इंद्रपुरी, सागरपुर, उत्तम नगर, लक्ष्मी नगर, पांडव नगर, नंद नगरी, द्वारका, छतरपुर, निजामुद्दीन, मजनू का टीला, पहाड़गंज, कल्याणपुरी, हौज खास गांव, खानपुर, बवाना, नरेला जैसे इलाके दिल्ली के ड्रग्स हाटस्पाट केंद्र बन गए हैं।

दिल्ली के इन स्थानों में होती है तस्करी

  • गांजा : सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले गांजे की तस्करी मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, मणिपुर और नेपाल से होती है। कई स्थानों पर चोरी छिपे गांजे की खेती की जाती है। चरस, अफीम, हशीश : इसकी तस्करी हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और झारखंड से की जाती है।
  • हेरोइन व स्मैक : इसकी तस्करी मुख्य रूप से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और म्यांमार से होती है। म्यांमार से इसे यूपी के बरेली व बदायूं और पाकिस्तान व अफगानिस्तान से पंजाब लाकर इसे देशभर में भेजा जाता है।
  • कोकीन: इसे बनाने के लिए जरूरी सामग्री पश्चिमी अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका से आती है। सामग्री से कोकीन बना कर तस्करी की जाती है। पार्टी ड्रग्स : यह विभिन्न प्रकार की दवाइयां होती हैं जिन्हें तेज दर्द होने व नींद न आने पर इस्तेमाल किया जाता है। इनमें अफीम की मिलावट की जाती है।

दिल्ली पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई

  • साल- मामले और गिरफ्तारी

  • 2017- 376- 512
  • 2018- 507- 677
  • 2019- 712- 909
  • 2020- 748- 912
  • 2021- 542- 824
  • 2022- 1115- 1378

नोट : वर्ष 2022 के आंकड़े 15 नवंबर तक के हैं।

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