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    कहां है मुंगेशपुर, जहां 52.3 डिग्री पर तप रही धरती; मौसम विज्ञानियों ने बताई पारा हाई रहने की वजह

    राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली गर्मी ने लोगों को झुलसाकर रख दिया है। बुधवार को पारा 52 डिग्री को भी पार कर गया है। यह तापमान दोपहर ढाई बजे रिकॉर्ड किया गया। यह पहली बार है जब पारा 50 डिग्री पार पहुंचा है। दिल्ली में मंगलवार को भी पारा 50 के करीब पहुंचा था। दिल्ली में पिछले कई दिनों से लू और भीषण गर्मी का अलर्ट जारी है।

    By Jagran News Edited By: Geetarjun Updated: Thu, 30 May 2024 09:23 AM (IST)
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    दिल्ली में 52.3 डिग्री पहुंचा तापमान, भट्टी में जलने जैसा महसूस कर रहे दिल्लीवाले। फोटो- AFP

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली गर्मी ने लोगों को झुलसाकर रख दिया है। बुधवार को पारा 52 डिग्री को भी पार कर गया है। यह तापमान दोपहर ढाई बजे रिकॉर्ड किया गया। यह पहली बार है जब पारा 50 डिग्री पार पहुंचा है। दिल्ली में मंगलवार को भी पारा 50 के करीब पहुंचा था। दिल्ली में पिछले कई दिनों से लू और भीषण गर्मी का अलर्ट जारी है। 

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    दिल्ली में भीषण गर्मी के कारण ऐसा लग रहा है, जैसे भट्टी के पास तप रहे हैं। मुंगेशपुर में सबसे ज्यादा तापमान 52.3 डिग्री और नरेला में 47.9 डिग्री पारा पहुंचा है। नजफगढ़ में 48.6 डिग्री, जाफरपुर में 48 डिग्री, पूसा में 48.3 डिग्री, आयानगर में 45.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने इन इलाकों में ज्यादा गर्मी पड़ने की वजह भी बताई है।

    यह आज तक के इतिहास में दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर का सर्वाधिक अधिकतम तापमान है। लेकिन मौसम विभाग ने इसे ऋुटिपूर्ण बताते हुए बयान जारी किया इसकी जांच की जा रही है।

    मंगलवार को इतना रहा तापमान

    मुंगेशपुर और नरेला में तापमान मंगलवार को 49.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, नजफगढ़ में 49.8 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचा।

    क्यों दर्ज हुआ सबसे ज्यादा तापमान

    मौसम विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि नरेला, नजफगढ़ और मुंगेशपुर में इतना अधिक तापमान इसलिए दर्ज किया जाता है, क्योंकि ये शहर के बाहरी इलाके हैं। उन्होंने कहा, "दूसरा कारण हवा की दिशा है। जब हवा पश्चिम से चलती है तो उन क्षेत्रों को सबसे पहले प्रभावित करती है। चूंकि वे बाहरी इलाके में हैं, तापमान तेजी से बढ़ता है।" श्रीवास्तव ने कहा कि शहर में लू का प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।

    और कब-कब रिकॉर्ड हुआ अधिकतम तापमान

    • आयानगर में 28 मई 1988 को 47.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया और 11 जून 2019 को 47 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। (1967-2024) 
    • पालम में 26 मई 1998 को 48.4 डिग्री सेल्सियस और 10 जून 2019 को 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। (1956-2024)
    • रिज में 16 मई 2022 को 47.2 डिग्री सेल्सियस और 7 जून 2014 को 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। (1973-2024)
    • सफदरजंग में 29 मई 1944 को 47.2 और 17 जून 1945 को 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। (1931-2024)

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