दिल्ली में एक और मर्डर, चाकू से ताबड़तोड़ वार करके पुलिस बूथ के बाहर नाबालिग की हत्या; इलाके में तनाव का माहौल
पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में पुलिस बूथ के बाहर एक नाबालिग की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान करण के रूप में हुई है। आरोपी को पकड़ लिया गया है। स्कूटी ठीक न करने पर हत्या की गई। घटना के बाद इलाके में तनाव है और लोगों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। सीलमपुर थाना इलाके में दिल्ली पुलिस के बूथ के बाहर चाकू से गोदकर नाबालिग की हत्या कर दी। बूथ में पुलिसकर्मी मौजूद थे। वारदात को एक नाबालिग ने अंजाम दिया है। मृतक की पहचान करण के रूप में हुई है। आरोपित को लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। इस वारदात ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है।
स्थानीय व हिंदू संगठनों में रोष है। लोगों ने पुलिस के बैरिकेड उठाकर फेंक दिए। पत्थर फेंके। आरोप लगाया सीलमपुर में हिंदू सुरक्षित नहीं है। क्योंकि छह माह पहले भी एक नाबालिग की हत्या इसी क्षेत्र में हुई थी। खबर लिखे जाने तक भाजपा नेता व पार्षद जुटने शुरू हो गए थे। पुलिस के अनुसार स्कूटी सही से ठीक न करने पर नाबालिग ने हत्या की है।
करण अपने परिवार के साथ न्यू सीलमपुर जे ब्लाक में रहता था। परिवार में पिता तेजपाल सैनी, मां पूजा, एक बड़ा व एक छोटा भाई है। पिता कार चालक हैं। करण धर्मपुरा लाल बत्ती के पास बने पुलिस बूथ के बराबर में बनी मैकेनिक की दुकान पर पिछले आठ माह से नौकरी कर रहा था।
मृतक के चाचा के बेटे लक्ष्मण ने बताया कि वीरवार को करण दुकान पर काम कर रहा था। रात करीब साढ़े आठ बजे एक नाबालिग आया और करण से बहस करने लगा। करण कुछ समझ पाता इतने में नाबालिग ने चाकू निकाला और करण पर ताबड़तोड़ वार दिए। आरोपित भागने लगा तो मौके पर मौजूद लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
छह माह पहले भी हुई थी हत्या
सीलमपुर में जे ब्लाक में गत अप्रैल में भी कुणाल नाम के नाबालिग की चाकू से गोदकर हत्या की गई थी। रंजिश में वारदात को अंजाम दिया था। इस हत्या में लड़ी डान के नाम चर्चित जिकरा भी हत्या की साजिश में गिरफ्तार हुई थी।
आरोप बिकता है नशा, बढ़ रही है वारदात
पुलिस के खिलाफ हंगामा करने वाले लोगों ने आरोप लगाया कि सीलमपुर में अवैध शराब, गांजा समेत अन्य नशीले पदार्थ बेचे जाते हैं। पुलिस को अनेक बार मौखिक शिकायत की। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। क्योंकि अपराधी यह काम पुलिस की सांठगांठ से करते हैं। पुलिस को गवाह चाहिए होता है, शिकायत चाहिए। खुद से कुछ नहीं करते। लिखित शिकायत करो तो नशा बेचने वाले अपराधी स्थानीय लोगों के पीछे पड़ जाते हैं।
पुलिस बूथ के बाहर हत्या, सुरक्षा पर उठे सवाल
दिल्ली पुलिस के बूथ के बाहर हत्या होने से पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। दिल्ली पुलिस दावे कर रही है ऑपरेशन कंवच व आघात चलाकर बड़े गैंगस्टरों की कमर तोड़ी जा रही है। उधर पुलिस के बूथ के बाहर हत्या होना यह दिखाता है नाबालिग बदमाशों में पुलिस का कोई ख़ौफ़ नहीं। उन्हें पता है वह अगर जघन्य अपराध भी कर देंगे तो बाल सुधार गृह से कुछ सप्ताह में बाहर आ जाएंगे।
हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। - आशीष मिश्रा, उत्तर पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त
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