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    Delhi Metro में किराया बढ़ाए जाने के खिलाफ SFI और AIDWA के छात्रों ने किया जमकर प्रदर्शन

    Updated: Tue, 26 Aug 2025 09:14 PM (IST)

    दिल्ली मेट्रो में किराया वृद्धि के विरोध में एसएफआई और एआईडीडब्ल्यूए के कार्यकर्ताओं ने डीएमआरसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। छात्रों ने रियायती पास की मांग की और कहा कि किराया वृद्धि से उन पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। छात्राओं ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और महिलाओं के लिए सुरक्षित आवागमन के अधिकार की बात कही। प्रदर्शनकारियों ने डीएमआरसी प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा।

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    दिल्ली मेट्रो किराया वृद्धि: छात्रों का डीएमआरसी कार्यालय पर प्रदर्शन। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) द्वारा किराया बढ़ोतरी के फैसले के खिलाफ भारतीय छात्र संघ (एसएफआइ) और अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ (एआइडीडब्ल्यूए) के कार्यकर्ताओं ने बाराखंभा रोड स्थित डीएमआरसी कार्यालय के बाहर हाथों में तख्तियां लेकर नारा लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।

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    छात्रों ने इस दौरान किराया वृद्धि को वापस लेने और विद्यार्थियों के लिए रियायती पास की व्यवस्था करने की मांग करते हुए डीएमआरसी प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा।

    इस दौरान एसएफआई दिल्ली राज्य समिति के सदस्य सोहन कुमार यादव ने कहा कि अधिकांश छात्र-छात्राएं मध्यमवर्गीय और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं। वह पहले से ही हर माह करीब 3000 रुपये मेट्रो यात्रा पर खर्च कर रहे हैं। अब किराया बढ़ने से विद्यार्थियों पर यह बोझ 500 से 800 रुपये और बढ़ जाएगा।

    वहीं, एसएफआइ कार्यकर्ता अभिनंदना ने कहा कि मेट्रो छात्राओं के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित और भरोसेमंद साधन है। किराया वृद्धि उन्हें सस्ते और असुरक्षित विकल्पों का सहारा लेने पर मजबूर करेगी।जो सीधे तौर पर छात्राओं की सुरक्षा के साथ समझौता होगा।

    एआइडीडब्ल्यूए दिल्ली की सचिव कविता शर्मा ने कहा कि महिला छात्र और कामकाजी महिलाएं इस फैसले से सबसे अधिक प्रभावित होंगी। उनके लिए मेट्रो घर, कालेज और कार्यस्थल तक पहुंचने का एकमात्र सुरक्षित और विश्वसनीय साधन है।

    ऐसे में सरकार इस सेवा को महंगा बनाकर महिलाओं के आवागमन और सुरक्षा के अधिकार से उन्हें वंचित कर रही है। जो उचित नहीं है। इस संबंध में सरकार और डीएमआरसी को फिर से विचार कर फैसला लेना चाहिए।