पांच सदस्यीय कमेटी करेगी Delhi Medical Council में अनियमितताओं की जांच; जानिए क्यों पड़ी इसकी जरूरत
दिल्ली सरकार ने डीएमसी में अनियमितताओं की जांच के लिए बीजेआरएम अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की है। यह कमेटी पूर्व रजिस्ट्रार को अवैध रूप से सेवा विस्तार देने और फंड के दुरुपयोग के आरोपों की जांच करेगी। स्वास्थ्य विभाग ने 15 जुलाई तक रिपोर्ट मांगी है जिससे डीएमसी के तत्कालीन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली: Delhi Medical Council (DMC) में अनियमितताओं की जांच के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बीजेआरएम (बाबू जगजीवन राम स्मारक) अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. दिग्विजॉय दत्ता के नेतृत्व में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है।
यह कमेटी डीएमसी में अनियमितताओं की जांच करेगी। स्वास्थ्य विभाग ने कमेटी को 15 जुलाई तक जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। इससे डीएमसी के तत्कालीन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की मुश्किलें भी बढ़ सकती है।
स्वास्थ्य विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि कमेटी के चेयरमैन को शिकायतों की काॅपी उपलब्ध करा दी गई है। इस मामले में काउंसिल के पूर्व रजिस्ट्रार डाॅ. गिरीश त्यागी को गैरकानूनी तरीके से दो बार सेवा विस्तार दिए जाने का आरोप है।
60 वर्ष की उम्र पूरा होने के बाद दिसंबर 2019 में वह सेवानिवृत हो गए थे, लेकिन डीएमसी ने उन्हें पांच वर्ष का सेवा विस्तार दिया था। नवंबर 2024 में उन्हें दूसरी बार एक वर्ष के लिए सेवा विस्तार दिया गया।
तब स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी कर डाॅ. त्यागी को सेवा विस्तार दिए जाने को सरकारी व डीएमसी के नियमों का उल्लंघन बताया था। साथ उस आदेश में कहा गया था कि दिसंबर 2019 से उन्होंने गैर कानूनी तरीके से विभाग से वेतन लिया। स्वास्थ्य विभाग ने उनसे पैसा वापस रिकवर करने का निर्देश दिया था।
साथ ही कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी उन पर वित्तीय मामलों पर हस्ताक्षर कर डीएमसी के फंड का दुरुपयोग करने का आरोप है। इस मामले में डीएमसी के तत्कालीन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की भूमिका संदेहास्पद रही है।
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