Delhi MCD News: एकीकृत नगर निगम के गठन के बाद पहली बार तीन प्रमुख अभियंता किए गए नियुक्त, सौंपी गई जिम्मेदारी
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की तर्ज पर निगम की प्रशासनिक रचना करने की जानकारी दी गई थी। तीनों निगमों में अतिरिक्त आयुक्त रह चुके सभी को एक निगम का आयुक्त बना दिया गया है। साथ ही आयुक्तों के लिए विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के गठन के साथ ही विभागीय अधिकारियों की नियुक्ति का काम भी शुरू हो गया है। बड़ी बात यह है कि एमसीडी में पहली बार तीन प्रमुख अभियंता की नियुक्ति की गई है। पूर्व में तीनों निगमों के अधीन आने वाले क्षेत्रीय कार्यालयों की इन्हें जिम्मेदारी दी गई है। इसमें उत्तरी निगम के प्रमुख अभियंता रहे केपी सिंह को प्रमुख अभियंता-1 बनाया गया है। दक्षिणी निगम के प्रमुख अभियंता रहे पीसी मीणा को प्रमुख अभियंता-2 और पूर्वी निगम में प्रमुख अभियंता दिलीप रमनानी को प्रमुख अभियंता-3 नियुक्त किया गया है।
वहीं, तीनों निगमों में अतिरिक्त आयुक्त रह चुके सभी को एक निगम का आयुक्त बना दिया गया है। साथ ही आयुक्तों के लिए विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है। एमसीडी द्वारा तीन प्रमुख अभियंताओं की नियुक्ति से दैनिक जागरण की उस खबर पर मुहर लग गई है जिसमें नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की तर्ज पर निगम की प्रशासनिक रचना करने की जानकारी दी गई थी।
दैनिक जागरण ने चार मई के संस्करण में इसे प्रकाशित भी किया था जिसमें कहा गया था कि विभागों के निदेशक के तौर पर एक से अधिक अधिकारी नियुक्ति किए जा सकते हैं। इंजीनियरिंग विभाग का निदेशक प्रमुख अभियंता होता है। ऐसे में तीन प्रमुख अभियंताओं की नियुक्ति दैनिक जागरण की खबर पर मुहर लग गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि तीनों प्रमुख अभियंताओं में सर्वाधिक शक्तियां पीसी मीणा को दी गई हैं। उनके पास न केवल प्रशासनिक फैसले लेने और नियंत्रण का अधिकार होगा, बल्कि फंड से जुड़े इंजीनियरिंग और पर्यावरण प्रबंधन विभाग के फैसले भी वह ले सकेंगे। तीनों प्रमुख अभियंता अतिरिक्त आयुक्त (इंजीनियरिंग) को रिपोर्ट करेंगे।
ये होंगे निगम के अतिरिक्त आयुक्त
आइएएस शिल्पा शिंदे, आइएएस सोनल स्वरूप, आइएएस हरलीन कौर, आइएएस राम निवास शर्मा, आइपीटीएएस डा. ब्रिजेश सिंह, आइआरएएस रणधीर सहाय, आइटीएस एए ताजिर, सुनील भादू, और निगम कैडर से अलका शर्मा अतिरिक्त आयुक्त होंगी। इंजीनियरिंग विभाग शिल्पा शिंदे के पास, जबकि वित्त विभाग रणधीर सहाय के पास होगा। इन अधिकारियों को विभिन्न जोन की भी जिम्मेदारी दी गई है। उससे संबंधित फैसलों को मंजूरी यही अतिरिक्त आयुक्त देंगे।
साथ ही चार प्रमुख विभागों के अध्यक्ष की नियुक्ति निगमायुक्त ने की है। इसमें सूचना एवं प्रेस निदेशक अमित कुमार को बनाया गया है जबकि सतर्कता विभाग का प्रमुख संजय सहाय और विकास त्रिपाठी को शिक्षा निदेशक और प्रिंस धवन को निदेशक सूचना प्रौद्योगिक बनाया गया है।
तीन अधिकारियों को जिम्मेदारी से कैसे बचेगा फंड
तीन निगमों को एक करके खर्च कम करने का प्रयास किया गया था। ऐसे में जब तीन-तीन अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी तो इनके कार्यालय और कर्मियों की नियुक्ति पर होने वाले खर्च को कैसे बचाया जाएगा, यह बड़ा प्रश्न है। दरअसल, केंद्र सरकार ने एक निगम होने से प्रतिवर्ष 150 करोड़ रुपये बचत होने की बात कही थी।
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