Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    दिल्ली में प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट पर काम करेंगे 1,315 निगम कर्मचारी, एप से होगी शिकायतों की निगरानी

    By Jagran NewsEdited By: Nitin Yadav
    Updated: Fri, 06 Oct 2023 07:24 AM (IST)

    वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली नगर निगम ने भी अपना एक्शन प्लान बना लिया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए निगम ने 13 हाट स्पाट पर 1315 से ज्यादा कर्मचारियों और अधिकारियों को तैनात करने का निर्णय लिया है। इसमें 932 अधिकारी और 383 कर्मचारी होंगे। प्रत्येक हाटस्पाट की निगरानी और वहां किए जाने वाले उपायों के लिए क्षेत्रीय उपायुक्त नोडल अधिकारी होंगे।

    Hero Image
    दिल्ली में प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट पर काम करेंगे 1,315 निगम कर्मचारी।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली नगर निगम ने भी अपना एक्शन प्लान बना लिया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए निगम ने 13 हाट स्पाट पर 1,315 से ज्यादा कर्मचारियों और अधिकारियों को तैनात करने का निर्णय लिया है। इसमें 932 अधिकारी और 383 कर्मचारी होंगे। प्रत्येक हॉटस्पॉट की निगरानी और वहां किए जाने वाले उपायों के लिए क्षेत्रीय उपायुक्त नोडल अधिकारी होंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके साथ ही धूल से प्रदूषण रोकने के लिए सड़के साफ करने को निगम अपनी मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों का अधिकतम उपयोग करेगा। पेड़ों पर जमी धूल को हटाने के लिए पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।

    दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायु प्रदूषण के प्रत्येक हाट स्पाट पर क्षेत्रीय कार्यालयों की ओर से विभिन्न प्रदूषणरोधी उपाय किए जाएंगे, जिसमें कूड़े व प्लास्टिक के कचरे का समुचित निस्तारण, मलबा डालने से रोकना और चालान करना शामिल होगा। अधिक प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की पहचान कर उन्हें रोकने के निर्देश दिए गए हैं।

    इसके लिए समयबद्ध तरीके से त्वरित और दीर्घकालिक योजना तैयार की गई है। अधिकारी ने बताया कि उपायों की निगरानी और लागू कराने के लिए निगम ने धूल नियंत्रण एवं प्रबंधन सेल (डीसीएमसी) का गठन किया है। सभी अधीक्षण अभियंता और निदेशक (उद्यान) इस सेल के सदस्य हैं।

    डीसीएमसी प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली प्रदूषण एवं नियंत्रण समिति की सलाह और निर्देशों को लागू करना सुनिश्चित करेगी। मलबे से होने वाली धूल को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न उपाय किए जाएंगे। सड़कों की सफाई और धूल कणों को दबाने के लिए पानी का छिड़काव किया जाएगा। धूल प्रदूषण से निपटने के लिए कच्ची सड़कों, टूटी सड़कों, गड्ढों का रखरखाव और मरम्मत भी की जाएगी।

    सीएंडडी साइटों पर एंटी स्मॉग गन भी तैनात की जाएगी। खाली स्थानों पर उद्यान विभाग ने बड़े पैमाने पर पौधारोपण कर रहा है। हरियाली बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। फ्लाईओवर के नीचे खुले क्षेत्रों, उद्यानों, निगम भवनों और सड़कों को हराभरा करने का काम किया जा रहा है।

    खुले में कूड़ा जलाने पर कार्रवाई

    निगम के अनुसार खुले में कूड़ा जलाने से रोकने के लिए टीमों का गठन किया है। योजना के मुताबिक खुले में कूड़ा जलाने और कूड़ा फेंकने की गतिविधियों पर अंकुश लगाने दिन और रात टीम निरीक्षण करेंगी। होटलों और भोजनालयों में कोयले, लकड़ी के उपयोग को रोकने के लिए निगरानी कड़ी की जाएगी।

    यह भी पढ़ें: Sanjay Singh Arrest: संजय सिंह के घर पर हुआ तीन करोड़ का लेन-देन, रिमांड पर लेकर अब क्या करेगी ED

    ये हैं 13 हॉटस्पॉट

    • नरेला
    • बवाना
    • मुंडका
    • वजीरपुर
    • रोहिणी
    • आरकेपुरम
    • ओखला
    • जहांगीर पुरी
    • आनंद विहार
    • विवेक विहार
    • पंजाबी बाग
    • मायापुरी
    • द्वारका

    MCD 311 एप से भी शिकायतों की निगरानी

    दिल्ली नगर निगम विभिन्न माध्यमों और अभियानों के माध्यम से लोगों को वायु प्रदूषण के बारे में जागरूक करेगी। दिल्ली सरकार के ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर ऐप (सीपीसीबी) और 311 मोबाइल ऐप (एमसीडी) जैसे शिकायत निवारण तंत्र की प्रभावी ढंग से निगरानी की जाएगी। इस पर आने वाली शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निवारण किया जाएगा।

    यह भी पढ़ें: दिल्ली में 'सांसों पर संकट': अब शुद्ध हवा भूल जाइए, लगातार बढ़ते प्रदूषण से कई इलाकों में खराब हुई हवा