Delhi: उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने चार नए गांवों को लिया गोद, आदर्श गांव के रूप में होंगे विकसित
इन गांवों का विकास भी कुतुबगढ़ की तर्ज पर होगा जिसका मकसद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के इन गांवों के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार और आर्थिक खुशहाली लाना है। जिस तरह से कुतुबगढ़ गांव को विकसित किया जा रहा है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कुतुबगढ़ में मिले सकारात्मक परिणामों से उत्साहित होकर उपराज्यपाल वीके ने अब चार नए गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिए गोद लिया है। ये गांव उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के निजामपुर, जौंती और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में रावता और देवराला हैं।
इन चारों गांवों में सभी नागरिक सुविधाओं के लिए बुनियादी संरचनाओं, स्वास्थ्य सुविधाएं, आजीविका के अवसर और व्यापक जल और पौधारोपण प्रबंधन योजनाएं जल्द शुरू की जाएंगी। उपराज्यपाल सचिवालय के मुताबिक निजामपुर और जौंती कंझावला में जबकि रावता और देवराला कापसहेड़ा में स्थित है।
कितनी है आबादी?
इन गांवों को कुतुबगढ़ गांव की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। वर्ष 2011 की जनसंख्या के मुताबिक निजामपुर की आबादी छह से सात हजार जबकि जौंती की आबादी आठ से नौ हजार के बीच है। वहीं रावता की आबादी 2933 और देवराला की आबादी 524 है।
कुतुबगढ़ की तर्ज पर होगा विकास
इन गांवों का विकास भी कुतुबगढ़ की तर्ज पर होगा, जिसका मकसद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के इन गांवों के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार और आर्थिक खुशहाली लाना है। जिस तरह से कुतुबगढ़ गांव को विकसित किया जा रहा है, उसी तरह से इन गांवों में पानी, कृषि, स्वास्थ्य, जेंडर आदि के मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा।
उपराज्यपाल के सहयोग और उपस्थिति में कुतुबगढ़ गांव को विकसित करने का काम गांव के 500 किसानों द्वारा 1000 चंदन के पौधे लगाए जाने के साथ ही सितंबर 2022 में शुरू हुआ था। इसके बाद 13 अप्रैल 2023 को एक बार उपराज्यपाल ने दोबारा कुतुबगढ़ गांव का दौरा किया और ग्रामीणों को 2000 अमरूद के पौधे और 1000 अंगूर के पौधे लगाने के लिए दिए।
उपराज्यपाल ने गांव का औचक निरीक्षण करने के दौरान कुतुबगढ़ को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिए अधिकारियों को समय सीमा के अंदर हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया था। उसी समय उन्होंने कहा था कि जब एक बार कुतुबगढ़ आदर्श गांव के रूप में विकसित हो जाएगा तो इसी तर्ज पर अन्य गांवों को भी विकसित किया जाएगा।
कुतुबगढ़ गांव को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने का काम प्रगति पर है और इसके तहत निम्न काम किए जा रहे हैं। इसी तरह गोद लिए गए चार गावों को भी विकसित किया जाएगा।
कुतुबगढ़ गांव क्या हो रहा?
- एमसीडी डिस्पेंसरी को पालीक्लीनिक में अपग्रेड किया जा रहा है।
- पहली बार गांव में डाकघर बनाया जा रहा है।
- पहली बार स्थानीय सरकारी स्कूल में साइंस स्ट्रीम शुरू की जा रही है।
- गांव में अब तक 544 एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई जा चुकी हैं।
- डीडीए गांव में दो तालाब विकसित कर रहा है। दो पार्कों में ओपन जिम के साथ डीडीए द्वारा चार नए पार्क तैयार किए जा रहे हैं।
- 60 स्थानीय किसानों को कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) में कुशल सिंचाई तंत्र और जैविक खेती में प्रशिक्षित किया गया है।
- सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने कुतुबगढ़ में साइन बोर्ड और गांव के नक्शे लगाए हैं।
- जिला प्रशासन ने यूथ एस्पाइरेशन सर्वे किया है, जिससे स्थानीय युवाओं द्वारा उनकी आजीविका एवं कैरियर की संभावनाओं के लिए आवश्यक कौशल आवश्यकता और अन्य व्यावसायिक मार्ग दर्शन का आकलन किया जा सके।
- स्थानीय सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने के लिए नए बस रूट जोड़े गए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।