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    Delhi: अस्पतालों के निर्माण में हो रही देरी को लेकर एलजी ने लिखा सीएम केजरीवाल को पत्र, लगाए कई गंभीर आरोप

    By sanjeev GuptaEdited By: Abhi Malviya
    Updated: Fri, 23 Jun 2023 01:34 AM (IST)

    एलजी ने दिल्ली में अस्पतालों के निर्माण को पूरा करने में हो रही असाधारण देरी पर सवाल उठाए हैं। पत्र में एलजी ने कहा है कि दिल्ली सरकार केवल प्रचार करन ...और पढ़ें

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    उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सीएम के नाम एक पत्र लिखा है।

    नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच विभिन्न मुददों को लेकर तनातनी लगातार जारी है। अब उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सीएम के नाम एक पत्र लिखा है।

    इस पत्र में एलजी ने दिल्ली में अस्पतालों के निर्माण को पूरा करने में हो रही असाधारण देरी पर सवाल उठाए हैं। पत्र में एलजी ने कहा है कि दिल्ली सरकार केवल प्रचार करने में जुटी हुई है, जबकि दिल्ली में कई अस्पतालों का निर्माण कार्य तय समय सीमा से सालों पीछे चल रहा है। यह राजधानी के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि यहां की बढ़ती जनसंख्या के अनुपात में मौजूदा अस्पतालों में बेड व ब्लाक की संख्या भी काफी कम है।

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    एलजी ने लगाए ये आरोप

    अपने पत्र में एलजी ने लिखा है कि ना सिर्फ सिरसपुर में बन रहे नए अस्पताल का निर्माण कार्य एक साल देरी से चल रहा है, बल्कि लोकनायक अस्पातल, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल, डा बीएस आंबेडकर अस्पताल, राव तुला राम अस्पताल और अरुणा आसफ अली अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाने का काम भी तीन साल से पूरा नहीं हुआ है।

    पत्र में आगे यह भी कहा गया है कि साल 2012-13 में इंदिरा गांधी अस्पताल में जो काम शुरू किए गए थे, वो 10 साल बाद भी पूरे नहीं हुए। यह दुर्भाग्य की बात है कि भगवान महावीर, अरुणा आसफ अली और दीपचंद बंधू अस्पताल, जो साल 2019 में शुरू किए गए थे और जिन्हें साल 2020 में पूरा होना था, वो भी अब तक पूरे नहीं हुए।

    इसके अलावा अभी तक इन कार्यों के पूरा होने की कोई तय तारीख का भी ऐलान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 17 अस्पतालों में बिस्तरों की बढ़ोतरी और एक नए अस्पताल के निर्माण से दिल्ली के लोगों के लिए लगभग 12,500 बिस्तर उपलब्ध हो जाते।

    एलजी ने आगे कहा कि इनमें से कई अस्पतालों का बड़े ही प्रचार के साथ साल 2014 और 2019 में ऐलान किया गया था। यह भी कहा गया था कि यह प्रोजेक्ट साल 2017 और 2020 तक खत्म हो जाएंगे। अगर प्रोजेक्ट खत्म हो गए थे तो कोविड महमारी के दौरान दिल्ली के हजारों लोग बेड की कमी से क्यों जूझ रहे थे। एलजी ने इसके साथ ही केजरीवाल सरकार दिल्ली सरकार द्वारा की गई विभिन्न घोषणाओं को समय पर पूरा करने की सलाह भी दी है।

    रिपोर्ट इनपुट- संजीव