Delhi Airport पर खुल गया मुख्य रनवे, अब देरी से नहीं उड़ेंगी फ्लाइट्स; जानिए और क्या है खास?
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर रनवे 28/10 को 8 अप्रैल से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था जिसे अब 15 जून तक के लिए मंगलवार (6 मई) को फिर से खोल दिया गया है। रनवे के काम को बीच में रोककर दोबारा शुरू किया गया है जिससे उड़ानों के संचालन में सुधार होगा और देरी कम होगी। इससे यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट के रनवे 28/10 को मंगलवार सुबह एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को सौंप दिया। यह रनवे 15 जून तक परिचालन में रहेगा।
अप्रैल में उड़ानों में हुए विलंब के मामलों से सबक लेते हुए रनवे 28/10 के अपग्रेडेशन कार्य का काम बीच में ही छोड़कर इसे दोबारा चालू किया गया है। जून 15 के बाद इसे बंद कर फिर से अपग्रेडेशन का काम किया जाएगा।
आधे जून तक परिचालन में रहेगा ये रनवे
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि रनवे 28/10 को मंगलवार सुबह 8:04 बजे एटीसी को सौंप दिया गया। यह रनवे मध्य जून तक परिचालन में रहेगा।
रनवे से अप्रत्याशित मौसमी हवाओं की स्थिति में उड़ानों के आगमन और प्रस्थान को और सुगम बनाया जा सकेगा। डायल ने कहा, ‘हम यात्री अनुभव को प्राथमिकता देते हैं और आपके समर्थन की सराहना करते हैं।’
लेट हो रही थी उड़ानें
बता दें कि रनवे 28/10 को आठ अप्रैल से अस्थायी रूप से बंद किया गया था, ताकि इसके इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आइएलएस) को कैट3-बी मानकों तक उन्नत किया जा सके। यह उन्नयन विशेष रूप से सर्दियों में कम दृश्यता की स्थिति जैसे घने कोहरे में सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, अप्रैल में अप्रत्याशित पूर्वी हवाओं और इस रनवे की अनुपलब्धता के कारण उड़ानों में व्यापक व्यवधान देखा गया।
पिछले महीने 20 तारीख के बाद किसी दिन 700 तो किसी दिन 900 उड़ानों का आगमन और प्रस्थान प्रभावित हुआ। इसको देखते हुए डायल ने आइएलएस अपग्रेड कार्य को कुछ समय के लिए टालकर रनवे को आंशिक उन्नयन के बाद फिर से खोल दिया। 15 जून के बाद रनवे को फिर से बंद कर शेष आइएलएस अपग्रेड कार्य पूरा किया जाएगा, जो 15 सितंबर तक चल सकता है।
रनवे 28/10 के परिचालन से ये होंगे फायदे
- यह रनवे बदलती हवाओं, विशेष रूप से पूर्वी हवाओं के दौरान संचालन को स्थिर करेगा।
- अब चार रनवे (09/27, 11आर/29एल, 11एल/29आर और 10/28) के साथ उड़ानों के प्रबंधन में सुधार होगा, जिससे प्रतिदिन संभाली जाने वाली लगभग 1,400 उड़ानों का संचालन सुगम होगा।
- चारों रनवे शुरू होने के बाद व्यस्त समय में दिल्ली के आसमान में ट्रैफिक कंजेशन की स्थिति नहीं होगी।
- विमान समय से टेकऑफ व लैंड कर सकेंगे।
- कैट3-बी आइएसएस उन्नयन के पूरा होने पर रनवे 28/10 50 मीटर तक की दृश्यता में लैंडिंग की सुविधा देगा।
- यह दिल्ली में सर्दियों के घने कोहरे के दौरान उड़ान रद्दीकरण और देरी को कम करेगा।
- समय पर उड़ान संचालन और कम देरी से यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में सुविधा होगी।
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