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    Delhi Haunted Walk: 'डरावनी सैर' के लिए फिर हो जाइए तैयार, दिल्ली सरकार दे रही मौका

    Updated: Thu, 12 Sep 2024 01:34 PM (IST)

    Delhi Haunted Heritage Walk दिल्ली में घूमने के लिए एक से बढ़कर एक जगहें हैं। अगर आप डरावने स्मारक देखना चाहते हैं और उनके बारे में वहीं जाकर स्टोरी सुनना चाहते हैं तो दिल्ली सरकार आपको फिर मौका दे रही है। इसे हॉन्टेड वॉक यानी डरावनी सैर नाम दिया गया है। मानसून समाप्त होते ही फिर से सैर शुरू होगी।

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    डरावने स्मारक में जाकर सुन सकेंगे स्टोरी। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में घूमने की एक से बढ़कर एक जगहें हैं। दोस्तों के साथ मनोरंजन करने से लेकर परिवार के साथ पिकनिक मनाने तक के लिए दिल्ली में हर तरह के उपाय मौजूद हैं।

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    अगर आप डरावने स्मारक देखना चाहते हैं और उनके बारे में वहीं जाकर स्टोरी सुनना चाहते हैं तो दिल्ली सरकार इसके लिए आपको फिर मौका दे रही है। इसे हॉन्टेड वॉक यानी डरावनी सैर नाम दिया गया है। मानसून समाप्त होते ही फिर से सैर शुरू होगी।

    इन जगहों की करें सैर

    दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) इसे शुरू करने जा रही है। हॉन्टेड वॉक के तहत दिल्ली की भूतिया जगहों में शामिल भूली मालचा महल, भटियारी का महल, फिरोजशाह कोटला और तुगलकाबाद का किला की भी सैर कराई जाएगी।

    "यहां भटकती हैं आत्माएं"

    मालचा महल का इतिहास चाणक्यपुरी इलाके के जंगल में स्थित मालचा महल अपनी डरावनी स्थिति के कारण लोगों में चर्चा का विषय है। तुगलक के समय में बनाया गया यह स्मारक सालों तक खाली रहा। लोगों का ऐसा मानना है कि यहां आत्माएं भटकती हैं।

    इस महल को 1325 में सुल्तान फिरोज शाह तुगलक ने अपने शिकारगाह के रूप में बनवाया था, लेकिन 1985 में खुद को अवध के नवाब रहे शाही परिवार का सदस्य होने का दावा करने वाली महिला बेगम विलायत महल अपने परिवार के साथ यहां रहने लगीं। जिसके बाद इस जगह को ‘विलायत महल’ के नाम से जाना जाने लगा।

    10-11 कुत्तों के साथ रहती थी महिला

    वह महिला बिना बिजली-पानी के अपने 10-11 कुत्तों के साथ यहां रहती थी। 1993 में उन्होंने आत्महत्या कर ली।उनके बाद उनके परिवार के अन्य लोग भी यहीं एक एक करके मर गए। इस परिवार की अंतिम मौत विलायत महल के बेटे अली रजा की 2017 में हुई। उसके बाद से यह जगह सुनसान पड़ी है।

    ऐसा कहा जा रहा है कि सूरज डूबने के बाद जंगल के भीतर मौजूद यह स्थान बहुत सुनसान हो जाता है।छत की तरफ जाती सीढ़ियां रात में एक डरावना अनुभव देती हैं साथ ही हिरण, बंदर, उल्लू और चमगादड़ की आवाजें इस अनुभव को रात में और अधिक डरावना बना देती हैं।

    रात में घुमाने की भी योजना

    दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली में घूमने की जगह के रूप में हॉन्टेड वॉक पर्यटन को एक अनोखा अनुभव प्रदान करेगी। मालचा महल के अलावा भी दिल्ली में दूसरी जगहें हैं जिन्हें रात में घुमाने की भी योजना है।

    इसमें शामिल है भूली भटियारी जो रिज एरिया के केंद्र में है। साथ ही फिरोज शाह कोटला के संबंध में कहा जाता है की यहां अच्छे और बुरे दोनों तरह के जिन्न रहते हैं, लोगों के विश्वास के कारण यहां धागे भी बंधे मिलते हैं।