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    दिल्ली सरकार ने शुरू किया मानसून से पहले नालों की सफाई का अभियान, 31 मई तक का रखा है लक्ष्य

    Updated: Fri, 16 May 2025 09:46 PM (IST)

    दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए 31 मई तक नालों की सफाई का लक्ष्य रखा है। अब तक 66.29 प्रतिशत सफाई कार्य पूरा हो चुका है और 190 पंप जलभराव से निपटने के लिए तैनात किए गए हैं। उत्तम नगर में अटल पार्क के विकास कार्य की भी समीक्षा की गई।

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    दिल्ली सरकार ने एक मई तक निर्धारित किया नालों की सफाई का लक्ष्य।

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ मानसून से पहले जलभराव और सरकारी बुनियादी ढांचे को लेकर बैठक की और 31 मई तक नालों की सफाई का लक्ष्य निर्धारित किया। उत्तम नगर की 50 एकड़ में विकसित किए जाने वाले अटल पार्क की प्रगति कार्य की भी समीक्षा की। इस अवसर पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा भी मौजूद थे।

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    मुख्यमंत्री ने आगामी मानसून के लिए शहर की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए तेजी से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी नालों की सफाई का कार्य 31 मई तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि नालों की सफाई के दौरान निकलने वाली गाद (सिल्ट) का उचित और पर्यावरण के अनुकूल निपटान सुनिश्चित किया जाए, ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न हो और शहर की स्वच्छता बनी रहे।

    इस दौरान बताया गया कि अब तक नालों की नालों की सफाई का कार्य 66.29 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इस कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए 66 आधुनिक मशीनें लगातार कार्यरत हैं। जो नालों की गाद, कचरे और जलीय खरपतवार को हटाने में प्रभावी रूप से कार्य कर रही हैं।

    40 पंप स्थायी पंपिंग स्टेशनों पर स्थापित

    मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में जलभराव को रोकने के लिए नालों में निर्बाध जल प्रवाह अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मानसून के दौरान जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक पंपिंग व्यवस्था की गई है। कुल 190 पंप इस कार्य के लिए तैनात किए गए हैं, जिनमें से 40 पंप स्थायी पंपिंग स्टेशनों पर स्थापित हैं, 106 अस्थायी पंप हैं, और 44 मोबाइल पंप हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर जलभराव वाले क्षेत्रों में तुरंत तैनात किया जा सकता है।

    54.83 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क बनाई जाएंगी

    मुख्यमंत्री से नजफगढ़ नाले के दोनों किनारे सड़क निर्माण की योजना पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसमे झटिकरा ब्रिज से छावला ब्रिज तक 5.94 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क और छावला ब्रिज से बसई दारापुर ब्रिज तक दोनों किनारों पर 54.83 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क बनाई जाएंगी। साथ ही सड़क के किनारे हरियाली, शौचालय, बाउंड्री वॉल, साइनेज कार्य जैसे कार्य भी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस परियोजना पर कार्य जल्द से जल्द शुरू करे।