कांवड़ियों के लिए दिल्ली सरकार ने खोली तिजोरी, शिविर आयोजकों को मिलेगी एक-एक लाख की अतिरिक्त राशि
दिल्ली सरकार ने कांवड़ शिविरों के आयोजन के लिए अतिरिक्त राशि आवंटित की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रत्येक शिविर आयोजक को एक-एक लाख रुपये अतिरिक्त देने का फैसला किया है जिससे कुल 3.74 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च आएगा। यह निर्णय शिविर आयोजकों को प्रोत्साहित करने और कांवड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। दिल्ली में कांवड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भाजपा सरकार जहां पहले से ही अपनी तिजोरी खोले बैठी है, वहीं सोमवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए प्रत्येक कांवड़ शिविर आयोजनकर्ता को एक-एक लाख अतिरिक्त राशि देने का फैसला ले लिया है।
फैसले के अनुसार दिल्ली में सभी 374 कांवड़ शिविर आयोजकों को एक-एक लाख रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। इस तरह भाजपा सरकार कांवड़ शिविर आयोजन पर 3 करोड़ 74 लाख अतिरिक्त राशि खर्च करेगी।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस फैसले की पुष्टि की है और कहा है कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कांंवड़ शिविर आयोजकों को प्राेत्साहित करने के लिए यह कदम उठाया है।
दरअसल विभिन्न कांवड़ शिविर आयोजन स्थलों पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गत दिनों दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं को दिखा जिसमें उनके सामने बात आई कि सभी कांवड़ शिविर आयोजक दिल खोलकर पैसा खर्च कर रहे हैं और कांवड़ियों के लिए बेहतर इंतजाम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पहले ही घोषणा कर चुकी हैं और कांवड़ियों के लिए व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। वह दिल्ली सचिवालय में भी लगातार अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक कर कांवड़ शिविर आयोजन की तैयारी को लेकर बैठकें कर रही हैं और दिल्ली भर की रिपोर्ट ले रही हैं।
सूत्रों की मानें तो दौरे के दौरान कुछ कांवड़ आयोजन स्थल पर आयोजकों ने इस बात इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के सामने रखा था कि उन लोगों ने कांवड़ियों के लिए तैयारी की है। उसमें खर्च अधिक हो रहा है।
उन्होंने सरकार मदद काे बढ़ाए जाने का अनुरोध किया था। जिस पर मुख्यमंत्री इस पर मुख्यमंत्री गुप्ता ने सोमवार शाम फैसला ले लिया कि सभी 374 कांंवड़ शिविर आयोजकों को एक-एक लाख की अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
अभी कांवड़ शिविर आयोजन के लिए सरकार की ओर से अधिकतम 10 लाख तक की सरकारी मदद निर्धारित है जो अब बढ़कर 11 लाख हो जाएगी। उदाहरण के लिए देखें कि अगर किसी कांवड़ शिविर आयोजक काे अभी टेंट के साइज के हिसाब से अगर एक लाख रुपये मिलने थे अब उन्हें दो लाख मिलेंगे।
मुख्यमंत्री के इस फैसले का कांवड़ शिविर आयोजकों के हित में बड़ी राहत वाला फैसला माना जा रहा है। पिछले साल के आप सरकार के समय के 172 कांवड़ शिविरों की जगह भाजपा सरकार ने दो गुने से भी ज्यादा 374 कांवड़ शिविरों काे आर्थिक मदद दी है और सभी कांवड़ शिविरों के लिए बिजली भी माफ कर दी है।
मुख्यमंत्री के एक लाख अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने वाले इस फैसले का कांवड़ शिविर आयोजकों ने जोरदार स्वागत किया है। सीलमपुर टी- प्वाइंट स्थित लाला मुरलीधर कांवडृ समिति के प्रधान ओम प्रकाश मित्तल ने कहा है कि जिस तरह से भाजपा सरकार ने कांवड़ शिविर आयोजकों पर मेहरबानी की है ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया।
उन्होंने कहा है कि हम सब लोग मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शुक्रगुजार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सभी बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वहीं यमुना विहार कांंवड़ सेवा समिति के अध्यक्ष रतन लाल गर्ग और महामंत्री किशन गर्ग ने भी बेहतर सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया है।
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