दिल्ली की बिटिया दिव्यांशी को गणतंत्र दिवस पर मिलेगा रक्षा प्रशंसा पत्र सम्मान, पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ
दिल्ली के अशोक विहार स्थित सत्यवती कालेज की एनसीसी सीनियर अंडर आफिसर दिव्यांशी शर्मा को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए गणतंत्र दिवस पर रक्षा प्रशंसा पत्र और डीजी प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया जाएगा। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में दिव्यांशी का जिक्र कर चुके हैं।
नई दिल्ली [शिप्रा सुमन]। दिल्ली के अशोक विहार स्थित सत्यवती कालेज की एनसीसी सीनियर अंडर आफिसर दिव्यांशी शर्मा को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए गणतंत्र दिवस पर रक्षा प्रशंसा पत्र और डीजी प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन कैडेटों को दिया जाता है जो अपने सामाजिक कार्य या बहादुरी का परिचय देते हुए लोगों की नि:स्वार्थ मदद करने में योगदान देते हैं। कोरोना काल में दिव्यांशी के निस्वार्थ सेवा व कोरोना मरीजों के लिए किए गए मदद व योगदान को देखते हुए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
प्रधानमंत्री के बहुचर्चित कार्यक्रम मन कि बात में दिव्यांशी का जिक्र किया गया, जिसमें उनके कार्यों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने दिव्यांशी को परी कहकर बुलाया था। साथ ही प्रशासन के अधिकारियों ने भी दिव्यांशी के कार्यों को अपने का जिक्र करते हुए उनकी प्रशंसा की थी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने भी एनसीसी कैडेट के कार्यों से प्रेरणा लेने की बात कही थी।
जरूरतमंदों के लिए बनी फरिश्ता
दिव्यांशी ने कोरोना काल में अपनी चिंता न करते हुए जरूरतमंद लोगों को उस समय मदद की जब लोग आक्सीजन के लिए भटक रहे थे। दिव्यांशी ने इंटरनेट, फोन के माध्यम से मरीजों के स्वजन की न केवल मदद की बल्कि कई लोगों की जान बचाई। इस दौरान उन्होंने 50 से अधिक लोगों के लिए आक्सीजन सिलेंडर को रिफिल करवाने में मदद की थी। इसमें से कई बुजुर्ग मरीज थे और उनके परिवार विदेशों में थे। उस कठिन वक्त में दिव्यांशी उनके लिए फरिश्ता बनकर सामने आईं।
कोरोना काल में छिन गया पिता का साया
दिव्यांशी जिस समय लोगों की मदद करने के लोगों की प्रशंसा पा रही थी उसी दौरान उनके पिता की कैंसर की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। परिवार के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा लेकिन दिव्यांशी ने पूरी हिम्मत के साथ इसका सामना किया। इस मुश्किल घड़ी का सामना करते हुए दिव्यांशी के हौसले पहले की तरह ही बुलंद हैं। पिता के बाद दिव्यांशी के परिवार में मां और एक छोटा भाई है और वह दिव्यांशी को हर परिस्थिति का सामना करने के लिए प्रेरित करते हैं। दिव्यांशी ने बताया कि दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली वीरता पुरस्कार के लिए आवेदन किया है जिसमें 2 लाख रुपए की धनराशि मिलती है। यह सम्मान मिलने से दिव्यांशी की आर्थिक मदद मिलेगी जिससे वह अपनी पढ़ाई जारी रखेगी।
सैन्य अधिकारी बनना चाहती है दिव्यांशी
दिव्यांशी का सपना है वह सेना में अधिकारी बनें और इसी उद्देश्य के तहत वह एनसीसी में भी शामिल हुई हैं। वह सैन्य अधिकारी के रूप में देश की सेवा करना चाहती हैं। इसमें सफलता के लिए वह कड़ी मेहनत भी कर रही हैं। कोरोना काल में उनके सेवा कार्यों के लिए देश के रक्षा सचिव डा. अजय कुमार ने सबसे पहले दिव्यांशी के कार्यों का जिक्र करते हुए ट्वीट किया था।
एनसीसी अपर महानिदेशक ने सराहा
दिल्ली निदेशालय के एनसीसी अपर महानिदेशक रजत माथुर ने भी दिव्यांशी की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कैडेट की प्रशंसा राष्ट्रीय पटल पर हो रही है। इससे युवाओं को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है कि किसी भी परिस्थितियों में लोगों की मदद कर मानवता की मिसाल पेश करना चाहिए।
अब तक मिले सम्मान
- दैनिक जागरण कोविड वारियर्स सम्मान 2021
- स्वामी विवेकानंद शिक्षा रत्न सम्मान 2021
- वीरता युवा शक्ति पुरस्कार 2021
- कोरोना योद्धा, पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ पुरस्कार 2020