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    Delhi: खाने की नली से डॉक्टरों ने निकाला साढ़े छह सेंटीमीटर का ट्यूमर, बिना चीरा लगाए किया प्रोसीजर

    By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Nitin Yadav
    Updated: Sun, 14 May 2023 02:40 PM (IST)

    दिल्ली के गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने हाल ही में एक मरीज की खाने वाली नली से साढ़े छह सेंटीमीटर लंबे ट्यूमर को एंडोस्कोपी की मदद से बाहर निकाल लिया। अस्पताल के डॉक्टरों का दावा है कि देश में अब तक किसी मरीज के भोजन नली से निकाला गया है।

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    खाने की नली से डॉक्टरों ने निकाला साढ़े छह सेंटीमीटर का ट्यूमर।

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने हाल ही में चीरा लगाकर आपरेशन किए बगैर 30 वर्षीय मरीज के भोजन नली से एंडोस्कोपी की मदद से साढ़े छह सेंटीमीटर का ट्यूमर निकाला। अस्पताल के डाक्टरों का दावा है कि देश में अब तक किसी मरीज के भोजन नली से निकाला गया यह अब तक का सबसे बड़ा ट्यूमर है। सर्जरी के बाद मरीज के स्वास्थ्य में सुधार है।

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    भोजन नली के वाल्व के पास था ट्यूमर 

    अस्पताल के लिवर व गैस्ट्रोइंटरोलाजी विभाग के चेयरमैन डा. अनिल अरोड़ा ने बताया कि मरीज जब अस्पताल में आया तो वह खान नहीं खा पा रहा था। जांच में पाया गया कि भोजन नली के वाल्व के पास ट्यूमर है। यह ट्यूमर नाशपाती की तरह बड़ा था जिससे भोजन नली दब गई थी। इस वजह से मरीज कुछ भी खा नहीं पा रहा था।

    बिना चीरा लगाए निकाला साढ़े 6 सेंटीमीटर लंबा ट्यूमर

    सामान्य तौर इतने बड़े ट्यूमर को निकालने के लिए चीरा लगाकर आपरेशन करना पड़ता है, लेकिन इस मरीज को एंडोस्कोपी की मदद से प्रोसीजर किया गया। एंडोस्कोपी से साढ़े छह सेंटीमीटर के ट्यूमर को निकालना चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि सामान्य तौर पर एंडोस्कोपी से तीन सेंटीमीटर के तक ट्यूमर निकाले जाते हैं। साढ़े छह सेंटीमीटर के ट्यूमर को एक बार में मुंह के रास्ते निकालना संभव नहीं था। इसलिए सबसे पहले ट्यूमर को भोजन नली से अलग किया गया। फिर एक सुराख बनाकर उसे दो हिस्सों में बांटा गया और फिर उसे मुंह के रास्ते बाहर निकाल लिया गया। इस प्रोसीजर में करीब तीन घंटा समय लगा। इस प्रोसीजर के दो दिन बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।