दिल्ली में बाढ़ नियंत्रण मंत्री ने किया निगरानी केंद्र का दौरा, 76 बड़े नालों की सफाई 90 प्रतिशत पूरी होने का दावा
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने मानसून की तैयारियों का जायजा लिया। दिल्ली सरकार का लक्ष्य 15 जून तक नालों की सफाई पूरा करना है। 76 बड़े नालों की सफाई 90 प्रतिशत पूरी कर लेने का दावा है। नियंत्रण कक्ष से 24 घंटे निगरानी की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, जागरण. नई दिल्लीः माॅनसून में जलभराव रोकना सरकार के सामने बड़ी चुनौती है। प्रत्येक वर्ष वर्षा होते ही दिल्लीवालों को जलभराव का सामना करना पड़ता है।
इस वर्ष भी पिछले माह हुई वर्षा से कई स्थानों पर यह समस्या हुई। इसका मुख्य कारण नालों की सही तरह से सफाई नहीं होना है। सरकार ने 15 जून तक नालों की सफाई पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण (आईएंडएफसी) के पास 77 बड़े नालों की सफाई की जिम्मेदारी है। विभाग का दावा है कि 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। विभाग ने यमुना के जलस्तर की निगरानी की तैयारी भी पूरी कर ली है।
मंत्री प्रवेश वर्मा ने नियंत्रण कक्ष का किया दौरा
मंत्री प्रवेश वर्मा ने शास्त्री नगर स्थित आईएंडएफसी विभाग के नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया और मानसून को लेकर तैयारियों की समीक्षा की।
कहा, नियंत्रण कक्ष से 77 बड़े नालों और यमुना नदी के जलस्तर की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। वर्षा के दौरान यमुना में जलप्रवाह और ऊपरी हिस्से से पानी छोड़े जाने की जानकारी प्राप्त कर दिल्ली पर पड़ने वाले असर का आकलन किया जाता है।
इसके अनुसार आवश्यक कदम उठाये जाते हैं। 15 जून से पुलिस, एसडीएम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी यहीं से समन्वय स्थापित करेंगे, जिससे कि कोई चूक न हो।
नालों की सफाई की जानकारी रोज अपडेट करने का आदेश
अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि 76 बड़े नालों में से 90% की सफाई पूरी हो चुकी है और शेष कार्य अंतिम चरण में है।
आधुनिक मशीन, जीपीएस ट्रैकिंग और ग्राउंड रिपोर्टिंग के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी नाले में पानी के बहाव में रुकावट न हो।
मंत्री ने नाले की सफाई की जानकारी प्रतिदिन नियंत्रण कक्ष में अपडेट करने का निर्देश दिया। कहा, रियल टाइम माॅनीटरिंग प्लेटफार्म और अलर्ट सिस्टम को सक्रिय कर दिया गया है जिससे कि वर्षा के दौरान किसी भी स्थिति से त्वरित और प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
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