मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से राजधानी के विकास पर पड़ सकता है असर
दिल्ली में हुए कथित शराब घोटाले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उम्मीद लगाई जा रही है कि सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के विकास के पहिये पर एक बार फिर विराम लग सकता है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना के कारण लगभग दो वर्ष तक शहर के ठप रहे विकास कार्यों के बाद एक वर्ष से राजधानी में पटरी पर आ रहे विकास के पहिये पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से एक बार फिर विराम लग सकता है। इससे ढांचागत विकास के साथ ही सरकार की शिक्षा क्रांति पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
यह अलग बात है कि आम आदमी पार्टी (आप) का दावा है कि राजधानी के विकास पर किसी तरह का असर नहीं पड़ने दिया जाएगा। विकास के पथ पर राजधानी पहले की तरह दौड़ती रहेगी। दिल्ली की बात करें तो लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अभी शहर की कई बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। यही वह विभाग है, जो दिल्ली सरकार द्वारा तय विकास कार्यों को पंख लगाता है।
सड़कों से लेकर फ्लाईओवर, अस्पताल, अदालतें बनाने से लेकर इनके रखरखाव तक की जिम्मेदारी इसी विभाग पर है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फरवरी 2022 में पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी भी सिसोदिया को सौंप दी थी। सरकार के आधिकारिक सूत्रों की मानें, तो सिसोदिया के इस विभाग के मंत्री बनने के बाद शहर के ढांचागत विकास में काफी तेजी आई है।
वित्त मंत्री का कार्यभार होने से सिसोदिया विकास की परियोजनाओं को बगैर विलंब किए भरपूर पैसा दे रहे हैं। एक वर्ष में शहर में चार बड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ। इनमें अप्सरा बार्डर से आनंद विहार सिग्नल-फ्री परियोजना का 11 अक्टूबर, 2022 को शिलान्यास किया गया था। इससे पहले सराय काले खां में बन रहे सिंगल लेन फ्लाईओवर का चार सितंबर, 2022 को और पंजाबी बाग फ्लाईओवर का 29 सितंबर, 2022 को शिलान्यास किया जा चुका था।
इसके अलावा मुकरबा चौक और हैदरपुर मेट्रो रोड को जाममुक्त बनाने के लिए 59.5 करोड़ रुपये की लागत से तीन अंडरपास का 27 सितंबर, 2022 को शिलान्यास किया गया था। ये अंडरपास हैदरपुर बादली में हैं।
प्रमुख योजनाओं में अस्पताल, व सड़क और फ्लाइओवर शामिल हैं
सरकार ने जिन परियोजनाओं को प्राथमिकता सूची में शामिल किया है, उनमें अस्पतालों से लेकर सड़क व फ्लाईओवर तक हैं। परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाना है। पीडब्ल्यूडी का प्रयास है कि इन परियोजनाओं को हर हाल में जल्द पूरा कर लिया जाए। राजधानी में डेढ़ लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना के दूसरे चरण का काम पूरा होने वाला है। वहीं, पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पूर्वी परिसर का निर्माण भी जल्द पूरा हो जाएगा। इसी तरह मुकरबा चौक के पास अंडरपास बनाने का काम भी इसी साल पूरा होना है। सड़कों से स्ट्रीट लाइटों को हटाकर एलईडी लाइट लगाई जाएंगी।
आश्रम एक्सटेंशन फ्लाईओवर का काम जल्द पूरा करने के लिए भी सिसोदिया पीडब्ल्यूडी पर दबाव बनाए हुए थे, जिससे इस परियोजना का कार्य तेजी से काम चल रहा था। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद इन कार्यों को पूरा कराना बड़ी चुनौती होगी। वहीं, जी-20 से संबद्ध परियोजनाओं के भी प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।