Delhi Crime: दिल्ली में सेना के जवान से ठगी, आरोपी ने ऐसे बनाया शिकार; अब पुलिस ने धर दबोचा
Delhi Crime दिल्ली में एक सैन्य कर्मी को सस्ते में कार दिलाने का लालच देकर 19 लाख रुपये की ठगी करने वाले ओमप्रकाश नामक व्यक्ति को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ पहले से ही धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी पश्चिम जिले में रहने वाले एक सैन्य कर्मी काे सस्ते में कार दिलाने का झांसा देकर 19 लाख रुपये ठगने के आरोपित को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित ओमप्रकाश के खिलाफ दिल्ली, जयपुर और पंचकूला में धोखाधड़ी के नौ मामले दर्ज हैं। पुलिस आरोपित से पूछताछ करने में जुटी है।
पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि पीड़ित ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर दर्ज करवाई शिकायत में बताया था कि वह फॉक्सबिटडील्स.काम नाम ई-कॉमर्स साइट के माध्यम से ओमप्रकाश नाम के व्यक्ति के संपर्क में आए थे।
ओमप्रकाश ने उन्हें बाजार मूल्य से 30 प्रतिशत सस्ते में कार दिलवाने का झांसा दिया था। इस पर उन्होंने किआ सेल्टोस कार लेने के लिए ओमप्रकाश को 19 लाख रुपये का भुगतान कर दिया, मगर उन्हें गाड़ी नहीं मिली।
इस पर उन्होंने ओमप्रकाश से संपर्क करना चाहा तो उसका मोबाइल फोन भी बंद था। अपने साथ ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत दर्ज करवाई। मामले की जांच साइबर थाना पुलिस को सौंपी गई।
पुलिस ने आरोपित की पहचान के लिए उस बैंक खाते को खंगाला, जिसमें रकम ट्रांसफर की गई थी। जांच के दौरान पता चला कि खाता फॉक्सबिटडील्स सेल्स एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड से है और आरोपित की बहन और पत्नी कंपनी की निदेशक हैं। इस दौरान पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, मगर वह अपने पुराने पते बदल चुका था।
इस दौरान पुलिस को उसके नांगलोई क्षेत्र में होने की जानकारी मिली। पुलिस ने सूचना के आधार पर छापामारी कर आरोपित ओमप्रकाश सांवरिया को गिरफ्तार कर लिया। ओमप्रकाश सांवरिया मूलरूप से शास्त्री नगर, जयपुर का रहने वाला है और यहां नांगलोई एक्सटेंशन, दिल्ली में रह रहा था।
पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि उसने एक मार्केटिंग फर्म फॉक्सबिटडील्स सेल्स एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड बनाकर छूट के बहाने लोगों को ठगता था और अपने खातों में पैसे ट्रांसफर करने के बाद अपना ठिकाना बदल लेता था।
इससे पहले वह दिल्ली, जयपुर और पंचकूला में भी इसी तरह से धोखाधड़ी कर चुका है। वह अधिकतर सैन्य कर्मियों को निशाना बनाता था क्योंकि उनका दो-तीन साल में तबादला हो जाता और उसके वे अपने मामले को आगे नहीं बढ़ा पाते। पुलिस आरोपित से पूछताछ करने में जुटी है।
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