मानहानि केसः केजरीवाल ने अरुण जेटली से कहा- Sorry Dear, जवाब आया- माफ किया
बताया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल अपने खिलाफ चल रहे कई मानहानि के मुकदमों से परेशान हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से शुरू हुआ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का माफी मांगने का सिलसिला जारी है। सोमवार को उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी माफी मांग ली। साथ ही आप नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, आशुतोष, दीपक बाजपेयी और राघव चड्ढा ने भी जेटली को माफी पत्र लिखा।
केजरीवाल के माफीनामे के बाद दो साल पुराने विवाद में समझौता करने के लिए दोनों पक्षों की तरफ से हाई कोर्ट व पटियाला हाउस कोर्ट में संयुक्त याचिका दायर की गई। हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति मनमोहन सिंह और पटियाला हाउस के अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल ने मामले को मंगलवार के लिए सूचीबद्ध किया है।
ज्ञात हो कि केजरीवाल समेत छह आप नेताओं ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में रहते हुए भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था। इससे नाराज जेटली ने केजरीवाल समेत छह आप नेता- कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चढ्डा, आशुतोष और दीपक बाजपेयी पर 10 करोड़ रुपये के मानहानि का केस दायर किया था। अरुण जेटली 2000 से 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रह चुके हैं।
मैं आपसे और आपके परिवार से माफी मांगता हूं
केजरीवाल वित्त मंत्री अरुण जेटली को लिखे पत्र में केजरीवाल ने लिखा, मैंने वर्ष 2015 में डीडीसीए से जुड़े जो भी आरोप आप पर लगाए। वह मुझे कुछ लोगों से मिली जानकारियों के आधार पर लगाए। हाल ही में मुझे पता चला कि वह जानकारी गलत थी और मुझे गुमराह किया गया था। ऐसे में बगैर किसी सवाल के मैं सोशल मीडिया व लिखित तौर पर लगाए गए अपने सभी आरोपों को वापस लेता हूं। मेरे द्वारा लगाए गए आरोपों के कारण आपकी और आपके परिवार की प्रतिष्ठा में कोई क्षति पहुंची तो इसके लिए माफी मांगता हूं। इसके साथ ही अदालत में बहस के दौरान उनके वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी द्वारा की गई टिप्पणी के लिए भी उन्होंने माफी मांगी और कहा, न तो उन्हें इसकी जानकारी थी और न ही उन्होंने ऐसा करने के निर्देश दिए थे। हम दो अलग दल हैं और हमें एक-दूसरे के विवाद को खत्म करके अपनी योग्यता के हिसाब से जनता की सेवा करना चाहिए।
कुमार विश्वास ने नहीं मांगी माफी वहीं, पार्टी लाइन से खुद को अलग करते हुए कुमार विश्वास ने माफी मांगने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कोई भी माफी पत्र नहीं लिखा है। ऐसे में उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया चलती रहेगी।
गडकरी, सिब्बल और मजेठिया से मांग चुके हैं माफी
इससे पहले केजरीवाल ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को देश के सबसे भ्रष्ट लोगों की सूची में शामिल होने की बात कहने के मानहानि मामले में 19 मार्च को माफी मांगी थी। साथ ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल व उनके बेटे अमित सिब्बल पर निजी लाभ के लिए शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप लगाने के मामले में भी माफी मांगी थी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी अपने खिलाफ दायर मानहानि केस में वकील अमित सिब्बल से माफी मांगी थी। वहीं, 16 मार्च को नशे के कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाने के मामले में केजरीवाल ने पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से भी माफी मांगी थी।
बता दें कि अरुण जेटली ने केजरीवाल और AAP के अन्य 5 नेताओं पर वित्त मंत्री ने 10 करोड़ का मानहानि केस दायर किया है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने उनसे माफी मांगी थी, लेकिन केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने यह कहते हुए माफीनामा देने से इनकार कर दिया था कि संजय और आशुतोष भी माफी मांगें। अब केजरीवाल के साथ कुमार विश्वास को छोड़कर सभी नेताओं ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर अरुण जेटली से माफी मांगी है।
सूत्रों के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल अपने खिलाफ चल रहे कई मानहानि के मुकदमों से परेशान हैं और वह उनका निपटारा कोर्ट के बाहर ही माफी मांगकर कर लेना चाहते हैं।