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    Yamuna Cleaning: मां यमुना को मिल जाएगी प्रदूषण से मुक्ति, नहीं गिरेंगे गंदे नाले; सफाई पर खर्च होगी बड़ी रकम

    Updated: Wed, 26 Mar 2025 07:46 AM (IST)

    Delhi Budget For Yamuna दिल्ली में यमुना नदी को अब नई पहचान मिलेगी। यमुना प्रदूषण से मुक्त हो सकेगी। इसके लिए बजट में बड़ा एलान किया गया है। सभी एसटीपी का उन्नयन कर बढ़ाई जाएगी क्षमता व गुणवत्ता मरम्मत व देखरेख पर ध्यान रहेगा। पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान यमुना नदी को दिल्ली की पहचान बनाने का वादा किया था।

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    आईटीओ घाट पर मशीनों से की जा रही यमुना की सफाई। फोटो- जागरण

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Delhi Budget For Yamuna : यमुना की सफाई प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है। प्रधानमंत्री ने इसे निर्मल व अविरल करने, साबरमती रिवर फ्रंट की तरह इसके तट को विकसित करने और इसे दिल्ली की पहचान बनाने का वादा किया था।

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    पार्टी के चुनाव संकल्प पत्र में भी यमुना को स्वच्छ करने का संकल्प था। भाजपा सरकार की सरकार बनने के साथ ही इस संकल्प को पूरा करने के लिए यमुना की सफाई शुरू हो गई है।

    यमुना में नहीं गिरेगा सीवर का पानी

    बजट में भी इसे लेकर बड़ी घोषणा की गई है। नदी में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण नालों व सीवर का पानी गिरना है। इसके समाधान के लिए 40 विकेंद्रीकृत सीवेज उपचार संयंत्रों (डीएसटीपी) बनाने और चालू सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) के उन्नयन की घोषणा की गई है।

    मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने बजट भाषण में कहा, "यमुना सिर्फ एक नदी नहीं है, यह हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत है। यमुना की सफाई हमारे संकल्प पत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस बजट में भी यह सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यमुना में नाले का गंदा पानी न गिरे।"

    इसे सुनिश्चित करने के डीएसटीपी बनेंगे। इससे सीवेज को उसके स्रोत पर ही उपचार किया जा सके। अभी दिल्ली में 38 एसटीपी हैं। इसमें से आधे से अधिक अपनी क्षमता व मानक के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं। इनका उन्नयन कर क्षमता व गुणवत्ता बढ़ाई जाएगी। इनकी मरम्मत व देखरेख पर भी ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त धन आवंटित किया गया है।

    आधुनिक मशीनों से होगी सफाई

    सीवर प्रणाली सही नहीं होने के कारण भी यमुना प्रदूषित हो रही है। बरसाती नालों के माध्यम से सीवेज नदी में पहुंच रहा है। इसके समाधान के लिए नए क्षेत्रों में सीवर लाइन बिछाने के साथ ही पुरानी सीवर लाइन बदलने, सीवर लाइन व यमुना की सफाई के लिए आधुनिक मशीन व अन्य उपकरण खरीदने की घोषणा की गई है।

    कई नाले का गंदा पानी सीधे यमुना में गिरता है। इन नालों के गंदा पानी को मोड़कर एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा जिससे कि उसे शोधित किया जा सके। नजफगढ़ नाला से यमुना में सबसे अधिक प्रदूषण होता है। इसके समाधान के लिए भी काम होगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा, "राजधानी में जल और सीवेज बुनियादी ढांचे को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लाने के लिए केंद्र से 2,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का अनुरोध किया है। इससे पानी आपूर्ति सुधारने, शहर में स्वच्छता को बेहत करने के साथ ही यमुना को साफ करने में मदद मिलेगा।"

    यमुना की सफाई के लिए आवंटित धन (करोड़ रुपये)

    • डीएसटीपी बनाने के लिए- 500
    • नालों के गंदे पानी को उपचार के लिए एसटीपी तक ले जाने की परियोजना- 250
    • नजफगढ़ ड्रेन के परिवर्तन व इंटरसेप्शन परियोजना-200
    • यमुना की सफाई के लिए आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए-40
    • सीवेज व्यवस्था सुधार के लिए सुपर सकर मशीन व अन्य मशीन-20