हाय रे सिस्टम! जिन्हें समझा गया था ईमानदार, वही सब-रजिस्ट्रार करते पाए जा रहे भ्रष्टाचार
दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई जारी है। हाल ही में नंद नगरी की सब-रजिस्ट्रार प्रवीण मैसी का नाम रिश्वतखोरी के एक मामले में सामने आया है जिसके बाद सीबीआई ने उनका मोबाइल जब्त कर लिया है। इससे पहले भी कई सब-रजिस्ट्रार रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हो चुके हैं जिसके चलते सरकार ने सभी कार्यालयों में महिला अधिकारियों की नियुक्ति की थी।

वी के शुक्ला, नई दिल्ली। पूर्व की सरकार ने जिन अधिकारियों को ईमानदार समझते हुए उन्हें सब- रजिस्ट्रार जैसे अति संवेदनशील पद पर लगाया था, वे भ्रष्टाचार करते पाए जा रहे हैं और सरकार को पलीता लगा रहे हैं। ऐसे ईमानदार कहे जाने वाले तीन साल के अंदर रिश्वत के मामले में दो सब रजिस्ट्रार गिरफ्तार हो चुके हैं, कई औरों की भी इसी तरह की गतिविधियों की चर्चा है और अब गत 17 जून को भ्रष्टाचार के मामले में एक और सब रजिस्ट्रार का सीबीआइ की एफआईआर में नाम आया है।
नंद नगरी डीएम कार्यालय स्थित विवेक विहार क्षेत्र के लिए निर्धारित कार्यालय में यह महिला सब रजिस्ट्रार तैनात हैं। इनका नाम प्रवीण मैसी है। इस मामले में दलाल (डीड राइटर) श्याम कुमार की रिश्वत लेने हुए गिरफ्तारी हो चुकी है।
सीबीआई की टीम कर रही इनके खिलाफ कार्रवाई
सीबीआई की टीम ने इन सब-रजिस्ट्रार का मोबाइल नंबर जब्त कर लिया है, जिसकी जांच की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ को इनके खिलाफ पर्याप्त सुबूत मिल चुके हैं, जल्द ही इन पर गाज गिरने की संभावना है। मगर हैरानी की बात यह है कि सीबीआइ की एफआइआर में नाम आने के बाद भी प्रशासन की ओर से इनके खिलाफ कोई जांच या कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है।
एएम राव को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया
दिल्ली में 22 सब-रजिस्ट्रार हैं। इन्हें 18 कार्यालयों में तैनात किया गया है। भ्रष्टाचार और रिश्वत के खेल के कारण कई बार कुछ कार्यालय चर्चा में भी रहते रहे हैं। इसी क्रम में शिकायत मिलने पर सितंबर 2022 में को सीबीआइ ने नजफगढ़ के सब-रजिस्ट्रार एएम राव को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। उसने उधार के बदले एक निजी कंपनी को गिरवी में रखी गई जमीन के कागजात को कंपनी के पक्ष में जारी के लिए बदले 15 हजार रिश्वत मांगी थी।
इस गिरफ्तारी और सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में आ रही भ्रष्टाचार की शिकायतों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 13 दिसंबर 2022 को दिल्ली के सभी 22 सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में महिला अधिकारियों की नियुक्ति का आदेश दिया था। इसके कुछ समय बाद सभी सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में महिलाओं की तैनाती की गई थी।
अब नंद नगरी सब रजिस्ट्रार का मामला सामने आया
मगर इसके बाद सीबीआई ने स्वरूप नगर के लिबासपुर- छह ई कार्यालय में कार्यरत महिला सब-रजिस्ट्रार सुमीता शर्मा तथा दलाल राजू काे 70 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप है कि महिला सब-रजिस्ट्रार ने शिकायतकर्ता से जमीन संबंधी दस्तावेज विल डीड पंजीकृत करने के एवज में यह रिश्वत मांगी थी। अब नंद नगरी सब रजिस्ट्रार का मामला सामने आया है। सीबीआइ की एफआइआर में आरोप है कि ये सब रजिस्ट्रार भी दलाल के माध्यम से रिश्वत लेकर लोगों के काम कर रही थी।
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