Delhi: अपने ही PSO की पिस्टल से BJP नेता ने खुद को उड़ाया, सिर को चीरते हुए दाईं से बाईं ओर निकली गोली; मौत
दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में भाजपा नेता की गोली लगने से मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि भाजपा नेता करण बांका बाथरूम में लहुलुहान अवस्था में पड़े मिले थे। इसके उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने शुक्रवार शाम को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ग्रेटर कैलाश-एक में भाजपा नेता व सामाजिक कार्यकर्ता की गोली लगने से मौत मामला सामने आया है। बुधवार रात भाजपा नेता करण बांका (28) घर के बाथरूम में लहुलूहान अवस्था में पड़े मिले थे। वहां से स्वजन द्वारा उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां करीब 36 घंटों तक चले इलाज के दौरान करण बांका की शुक्रवार शाम को मौत हो गई।
दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि शुरूआती जांच में करण बांका द्वारा खुद को गोली मारने की बात सामने आई है। सिर में गोली लगने के निशान हैं। गोली दाएं ओर से सिर में लगी है और बायीं ओर से निकल गई है। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता करण बांका ग्रेटर कैलाश-एक स्थित एस-409 में परिवार के साथ रहते थे। उनके पिता अनिल बांका का व्यवसाय है और वह पिता के व्यवसाय को संभालते थे। उन्हें पैसों की जरूरत थी वह लोगों से पैसे लेकर निवेश भी करते थे। इस कारण कई बार विवाद भी रहता था। करण बांका ने प्राइवेट सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) ले रखा था।
पुलिस को 20 सितंबर की रात करण बांका के बाथरूम में गिरने और उससे सिर में गहरी चोट आने की सूचना पुलिस को मिली थी। घायल होने के चलते स्वजन द्वारा उन्हें साकेत स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था। सूचना पर ग्रेटर कैलाश-एक के एसएचओ अजीत सिंह अपने टीम के साथ मैक्स अस्पताल पहुंचे और जांच शुरू की। शुरूआती जांच में पता लगा कि करण बांका के सिर में गोली लगी हुई है और उन्होंने अपने पीएसओ दिनेश की पंजीकृत पिस्टल से खुद को गोली मारी थी। बताया जा रहा है कि बुधवार को पीएसओ घर पर नहीं था। वह पिस्टल घर पर ही छोड़ गया था।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी की भूमिका संदिग्ध, मौत से पहले फोन को किया गया था फैक्ट्री रीसेट
सूत्रों के अनुसार, मामले में दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध रूप से सामने आ रही है। बताया जा रहा है करण ने जब खुद को गोली मारी, उससे करीब 10 मिनट पहले दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी करण बांका के पास गए थे और उन दोनों का पैसों के लेन-देन को लेकर झगड़ा भी हुआ था।
यह भी जानकारी मिली है कि करण की मौत से पहले उनके मोबाइल फोन को फैक्ट्री रीसेट किया गया है। इससे उनके फोन में मौजूद सारे एप्लीकेशन, मैसेज, चैट, पैसों का हिसाब किताब सब कुछ मिटा दिया गया है। वहीं, इस पर पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी का कहना है कि उनका मोबाइल फोन आलमारी में रखा हुआ था। उन्होंने खुद ही फोन को फैक्ट्री डाटा रीसेट किया था और पुलिस अधिकारी की उपस्थिति की जांच की जा रही है।
भाजपा नेताओं के साथ करण बांका की तस्वीरें हुईं प्रसारित
भाजपा नेता करण बांका के कई भाजपा नेताओं से अच्छे संबंध बताए जा रहे हैं और उनकी मौत के बाद सांसद मनोज तिवारी, सांसद साक्षी महाराज आदि भाजपा नेताओं के साथ उनकी फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गई। वहीं, दक्षिणी दिल्ली, नई दिल्ली जिले के तमाम स्थानीय नेताओं के भी काफी करीबी बताए जा रहे हैं।
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