Delhi: G20 की सुंदरता रखी जाएगी बरकरार, गमलों की की जाएगी सुरक्षा; 70 फव्वारों की देखरेख करेंगे इंजीनियर
राष्ट्रीय राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के दौरान की गई सुंदरता की सुरक्षा को लेकर एनडीएमसी में गंभीरता बढ़ी है। इसके लिए उसने दो कार्यकारी अभियंताओं के नेतृत्व में सुरक्षा समिति का गठन किया है जिनके जिम्मे एनडीएमसी क्षेत्र में लगे 70 फव्वारों की देखरेख व उसके सही संचालन का होगा। गमलों सुरक्षा के लिए 30 से 35 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के दौरान की गई सुंदरता की सुरक्षा को लेकर एनडीएमसी में गंभीरता बढ़ी है। इसके लिए उसने दो कार्यकारी अभियंताओं के नेतृत्व में सुरक्षा समिति का गठन किया है, जिनके जिम्मे एनडीएमसी क्षेत्र में लगे 70 फव्वारों की देखरेख व उसके सही संचालन का होगा।
जी-20 के तहत इंडिया गेट सर्किल में सुंदरीकरण कर फव्वारे लगाये गये सोमवार शाम को बदहाल दिखा फव्वारा।
इसी तरह विभिन्न स्थानों पर सड़क किनारे रखे गए एक लाख से अधिक पौधों वाले गमलों सुरक्षा के लिए 30 से 35 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दक्षिण और उत्तर क्षेत्र में 35-35 फव्वारे स्थापित किए गए थे, जो अब दो अलग-अलग कार्यकारी इंजीनियरों की देखभाल में हैं।
गमले की सुरक्षा में लगाए जाएंगे सुरक्षाकर्मी
इन फव्वारों के रखखाव के लिए वार्षिक अनुबंध को भी आगे बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि सड़कों की सुंदरता के लिए जो गमले सड़क और फुटपाथ किनारे रखे गए हैं। उन्हें हटाया नहीं जाएगा, बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मियों की तैनाती कर दी गई है।
कर्तव्य पथ पर बंद पड़ा फव्वारा व तालाब में फैली गंदगी।
कैमरों से होगी निगरानी
उनके अनुसार एनडीएमसी क्षेत्र में कुल 441 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं और इन्हें कमांड और कंट्रोल सेंटर के माध्यम से एकीकृत किया गया है। ये सीसीटीवी कैमरे एनडीएमसी सेवाओं के संचालन, रखरखाव व सुरक्षा में बड़ा योगदान दे रहे हैं।
ये भी पढ़ें- कचरे का बेहतर निस्तारण बना सकता है दिल्ली को स्वच्छ, सात महीनों में 12 वार्डों से उठाया 96001 मीट्रिक टन कूड़ा
फव्वारे नहीं कर रहे हैं काम
इंडिया गेट के आस-पास लगाए गए कई फव्वारे काम नहीं कर रहे हैं। उनमें से पानी नहीं निकल रहा है। इसे देखकर लोग मायूस लौट रहे हैं। फव्वारों को चलाने के लिए एनडीएमसी ने सुबह सात से दोपहर एक बजे तक तथा चार बजे से रात्रि 12 बजे तक का वक्त निर्धारित किया है, लेकिन शाम पांच बजे भी कई फव्वारे सूखे पड़े थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।