Delhi Vidhan Sabha : विधानसभा में विधायकों ने रखे क्षेत्रों की जनसमस्या, यहां देखें किसने क्या कहा...
दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में हंगामे के बीच विधायकों ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को उठाया। बिजली बिलों में अनियमितता मिलावटी खाद्य पदार्थों पर सख़्त कार्रवाई शराब की दुकानों की अधिकता और बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दे छाए रहे। बीजेपी विधायकों ने मंत्री और अफसरों की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाए और डीडीए के कामकाज पर भी असंतोष जताया।

स्टेट ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र का बृहस्पतिवार को चौथा दिन था। इस बीच फांसी घर और 25 समितियों के लिये मात्र 11 कमरों की बात पर बहस होने के साथ ही भाजपा और आप विधायकों में जोरदार बहस होती देखी गई। वहीं, दोपहर बाद सदन में विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्या का मुद्दा बड़ी प्रमुखता से उठाया। इस बीच भाजपा विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा कि जब हम लोग अपने क्षेत्र की बात रखें तो मंत्री और अफसर मौजूद होने चाहिए।
बिजली मीटर रीडिंग का उठा विषय
स्पीकर के आदेश पर विशेष उल्लेख (नियम संख्या 280) के तहत चर्चा शुरू होने पर भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने कहा कि मालवीय नगर में बिलों की रीडिंग नियमित नहीं ली जाती। औसत उपभोग के आधार पर बिल भेज दिए जाते हैं। ये बिल बहुत ज्यादा होते हैं जो लोगों की परेशानी का कारण बनते हैं। कृपया इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया जाए।
'सीधे फांसी का प्राविधान हो'
वहीं, बीजेपी एमएलए कुलवंत राणा ने एक विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थ का बाजार बढ़ता जा रहा है। हर चीज ही नकली आने लगी है। ऐसी स्थिति पर काबू पाने के लिए सख्त नियम बनाए जाने की जरूरत है। सजा के तौर पर सीधे फांसी का प्राविधान होना चाहिए।
'डेढ़ किमी के दायरे में 8 शराब की दुकानें'
उधर, भाजपा विधायक संजय गोयल ने कहा, "मेरी विधानसभा में शराब की 17 दुकानें हैं। एक जगह तो डेढ़ किमी के दायरे में 8 दुकानें हैं। वहीं पर खाने का सामान मिल जाता है। महिलाओं और बच्चों का वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। बिहारी कॉलोनी में तो और भी बुरा हाल है। सुबह 10 से शाम 6 बजे तक ही शराब की दुकाने खुलें।"
यह भी पढ़ें- दिल्ली विधानसभा में 'फांसी घर' : भाजपा ने AAP को घेरा, क्या विधानभवन के इतिहास से हुई थी छेड़छाड़
'मेरे क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं'
इसी कड़ी में भाजपा विधायक अजय महावर ने कहा कि पानी, बिजली और सीवर की बुनियादी सुविधाएं भी ओ जोन के नाम पर रोकी जा रही हैं। खासकर, बिजली कंपनी बीएसईएस ओ जोन के गांवों में बिजली कनेक्शन नहीं दे रही है। घोंडा विधानसभा में इस समस्या पर ऊर्जा मंत्री ध्यान दें।
'आम हो गया है जाम'
वहीं, विधायक नीलम पहलवान ने कहा कि नजफगढ़ की सब्जी मंडी और साथ में बस टर्मिनल होने से जाम की समस्या बनी रहती है। सब्जी मंडी के लिए पर्याप्त जगह आवंटित की जाए।
यह भी पढ़ें- Delhi Vidhan Sabha : ई-विधान हो चुकी दिल्ली विधानसभा में ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर हंगामा, बुलाने पड़े मार्शल
'ट्रैफिक पुलिस वाले भी नजर नहीं आते'
विधायक अनिल गोयल ने कहा कि अतिक्रमण और रेड लाइट की भरमार से बहुत समस्या हो रही है। पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। कृष्णा नगर विधानसभा में ट्रैफिक पुलिस वाले भी नजर नहीं आते।
'मंत्री और अफसर मौजूद होने चाहिए'
विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा कि जब हम लोग अपने क्षेत्र की बात रखें तो मंत्री और अफसर मौजूद होने चाहिए। जंगपुरा में 2.5 लाख की आबादी है। आए दिन राशन कार्ड की समस्या लेकर लोग आते रहते हैं। किसी का कार्ड नहीं बन रहा और किसी को राशन नहीं मिल रहा। बहुत से लोगों के राशन कार्ड ही कैंसिल कर दिए गए। इनकी मदद की जानी चाहिए।
यह भी पढ़ें- दिल्ली विधानसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर घमासान, जानें सीएम रेखा गुप्ता ने जया बच्चन को क्यों घेरा
'डीडीए का प्लानिंग विभाग कुछ नहीं कर रहा'
विधायक अनिल झा ने कहा कि सबसे ज्यादा करीब साढ़े आठ लाख की आबादी किराड़ी में है लेकिन डीडीए का प्लानिंग विभाग यहां के लिए कुछ नहीं कर रहा। यहां अंबेडकर कल्चरल सेंटर बनना है, लेकिन सीमांकन तक नहीं हुआ। कोई अस्पताल तक नहीं है। पेट्रोल पंप और सामुदायिक भवन भी नहीं है। कोई सरकारी स्कूल नहीं है। डिस्पेंसरी भी बननी है। डीडीए से हमारे काम करवाए जाएं।
'सरकारी आवासों की हालत खराब'
विधायक संदीप सहरावत ने कहा कि घुम्मनहेड़ा और झटिकरा, रावता गांव में पानी की आपूर्ति सही नहीं है। वहीं, एमएलए अशोक गोयल ने कहा कि कमला नगर की desu कॉलोनी की सड़कें टूटी पड़ी हैं। मॉडल टाउन विधानसभा में डीटीसी कॉलोनी है, वहां भी सरकारी आवासों की हालत खराब है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।