Delhi Elections 2025: क्या है नरेश यादव का मामला, इस वजह से आम आदमी पार्टी को मुस्लिम वोटरों के दूर होने का डर
दिल्ली चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी आप विधायक नरेश यादव के कुरान शरीफ की बेअदबी मामले में दोषी ठहराए जाने से पार्टी को मुस्लिम वोटरों के नाराज होने का डर है। असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे को उठाकर आप के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। मामला उठ जाने पर इस बार मुस्लिम बाहुल्य वाली सीटों पर चुनाव अत्यंत रोचक होने की संभावना है। जानिए पूरी खबर।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश यादव (AAP MLA Naresh Yadav) के चुनाव मैदान से हटने से आप के लिए कुछ हद तक मुस्लिम मतदाताओं के दूर जाने का खतरा टला है। असदुद्दीन ओवैसी द्वारा इस चुनाव में कुरान शरीफ की बेअदबी का मुद्दा उठा देने से आप को चुनाव में नुकसान होने की संभावना जताई जा रही थी।
महरौली (Mehrauli) से आप विधायक नरेश यादव को पंजाब की अदालत ने कुरान शरीफ की बेअदबी के लिए दोषी ठहराया है, अदालत ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई है। आप ने उन्हें फिर से महरौली से टिकट दे दिया था।
मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर रोचक होगा चुनाव
कुरान शरीफ की बेअदबी का मामला उठ जाने पर इस बार मुस्लिम बाहुल्य वाली सीटों पर चुनाव अत्यंत रोचक होने की संभावना है। इसका एक कारण दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी (AIMIM) द्वारा भी प्रत्याशी उतार देना है।
इस बार मुस्लिम मतदाताओं की पार्टियों के मुद्दे और प्रत्याशी पर नजर
ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने मुस्लिम सीटों पर आप के लिए चुनौती बढ़ाई हुई है। दिल्ली विधानसभा का अभी तक का यह पहला ऐसा चुनाव होने जा रहा है, जिसमें मुस्लिम मतदाता राजनीतिक दलों के मुद्दे और उनके प्रत्याशियों की ओर देख रहा है।
मुस्लिम मतदाता सभी दलों के प्रत्याशी मैदान में आने पर ही फैसला लेने की बात कर रहा है। वह किसी एक दल की ओर एकतरफा फैसला लेने की रही अभी तक की परंपरा से दूर दिख रहा है।
ओवैसी ने ताहिर हुसैन को दिया टिकट
जानकारों की मानें तो देश में मुसलमानों के प्रतिनिधित्व का मुद्दा उठाने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में पूरे दमखम के साथ उतरने का प्लान बनाया है। मुस्तफाबाद सीट से दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को प्रत्याशी बनाया है।
ओवैसी ने कुरान शरीफ की बेअदबी की उटाया मुद्दा
गत बुधवार शाम ओवैसी ने मुस्तफाबाद में अपने प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा कर आप विधायक नरेश यादव द्वारा कुरान शरीफ की बेअदबी वाले उस मुद्दे को उठा दिया है। ओवैसी ने अपने कार्यकर्ताओं से इस मुददे को हर मुस्लिम तक पहुंचाने के लिए कहा है। ओवैसी की ओखला, बल्लीमारान, चांदनी चौक, मटिया महल जैसी मुस्लिम बहुल सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की उनकी योजना है।
ओवैसी कर सकते हैं चुनाव प्रभावित
राजनीतिक जानकारों की मानें अगर ओवैसी सभी मुस्लिम सीटों पर प्रत्याशी नहीं भी उतारते हैं तो भी वह जो मुद्दा उठा रहे हैं। वह पूरी दिल्ली में चुनाव प्रभावित कर सकता है।
अब तक महरौली पर आप के साथ रहा मुस्लिम वोटर
उधर कांग्रेस भी इस मुद्दे को गरमाने की योजना है। ऐसे में खुद महरौली सीट पर नरेश यादव की जगह महेंद्र यादव के लिए भी मुस्किल बढ़ सकती है, क्योंकि महरौली सीट पर भी मुस्लिम वोट एकतरफा अभी तक आप को ही वोट करता रहा है।
भाजपा भी उठा रही यही मुद्दा
वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में नरेश यादव से चुनाव हारीं भाजपा की कुसुम खत्री भी अपने इलाके में इस मुद्दे को गरमा रही हैं। भाजपा ने अभी टिकट घोषित नहीं किए हैं, मगर महरौली में कुरान शरीफ की बेअदबी के मुद्दे पर आप के खिलाफ प्रचार किया जा रहा है।
आप ने उतारे मुस्लिम प्रत्याशी
वर्तमान स्थिति की बात करें तो आप ने मुस्लिम बाहुल्य वाली पांच सीटों पर फिर से मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। उधर इनमें से तीन सीटों पर कांग्रेस भी अपने प्रत्याशी उतार चुकी है। आप ने ओखला से अमानतुल्लाह खान, बल्लीमारान से इमरान हुसैन, मटिया महल से शोएब इकबाल, सीलमपुर से मतीन अहमद और मुस्तफ़ाबाद से आदिल अहमद खान को टिकट दिया है।
सीलमपुर से कांग्रेस ने AAP से आए अब्दुल को दिया टिकट
वहीं, कांग्रेस ने आप से 2020 में चुनाव जीते अब्दुल रहमान को सीलमपुर से उतारा है। मुस्तफाबाद से अली मेंहदी, बल्लीमारान से शीला सरकार में मंत्री रहे हारून यूसुफ को मैदान में उतारा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस ओखला, मटिया महल और बाबरपुर जैसी सीट पर भी मुस्लिम प्रत्याशी उतार सकती है।
दिल्ली में कितने हैं मुस्लिम मतदाता
दिल्ली में मुस्लिम मतदाताओं की बात करें तो दिल्ली में करीब 12-13 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। जिसके चलते हर आठवां मतदाता मुसलमान है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से करीब नौ विधानसभा सीटों पर भी मुस्लिम मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं।
बल्लीमारान, सीलमपुर, ओखला, मुस्तफाबाद, चांदनी चौक, मटिया महल, बाबरपुर और किराड़ी मुस्लिम बहुल इलाके हैं। इसके अलावा त्रिलोकपुरी और सीमापुरी इलाके में भी मुस्लिम मतदाता काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
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