Delhi: 100-500 के नकली नोट भेजने का झांसा देने वाला गिरफ्तार, 24 घंटे में फेक करंसी की डिलीवरी का करता था दावा
फर्जी आइडी पर बनाए गए इंस्टाग्राम व वाट्स एप के जरिए लाेगों से नकली नोटों का आर्डर लेकर उनसे भुगतान लेने के बाद उन्हें नकली नोट न भेजकर ठगी करने वाले ठग को साइबर सेल की टीम ने जालौर राजस्थान से गिरफ्तार किया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। फर्जी आइडी पर बनाए गए इंस्टाग्राम व वाट्स एप के जरिए लाेगों से नकली नोटों का आर्डर लेकर उनसे भुगतान लेने के बाद उन्हें नकली नोट न भेजकर ठगी करने वाले ठग को साइबर सेल की टीम ने जालौर, राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपित मूलाराम, गिरा बाड़मेर, राजस्थान का रहने वाला है। वह 100 व 500 के नोट बेचने के बहाने लोगों से ठगी करता था। इसके कब्जे से नकली नोट, दो मोबाइल फोन और एक माइक बरामद किया गया है। मूलाराम इंस्टाग्राम व वाट्स एप के जरिए आर्डर लेता था।
डीसीपी प्रशांत पर गौतम के मुताबक भारत सरकार के उप सचिव, सिक्का और मुद्रा प्रभाग, वित्त मंत्रालय से साइबर क्राइम यूनिट को एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक इंस्टाग्राम लिंक के जरिए नकली भारतीय नोट बेचने का दावा किया जा रहा है। शिकायत पर पर जांच शुरू की गई। जांच अधिकारी ने नकली ग्राहक बनकर आरोपित से संपर्क कर उसे 3000 रुपये भी ट्रांसफर किए। इसके बाद उसने पीड़ित को अमेजन के माध्यम से 24 घंटे के भीतर नकली नोट भेजने का आश्वासन दिया लेकिन उन्हें कोई पार्सल नहीं भेजा गया। पुलिस टीम ने जब बाड़मेर राजस्थान निवासी मूलाराम के ठिकाने पर छापेमारी की तब वह अलग-अलग राज्यों में भागकर ठिकाना बदलते रहा।
उसकी लोकेशन तेलंगाना, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में मिली। अंत में उसे मैत्रीवाड़ा, रानीवारा, जालौर से दबोच लिया गया। उसके कब्जे से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन, नकली कूपन व अन्य सामान बरामद किया गया। वह ग्राहकों से जितने असली नोट प्राप्त करता था उसके बदलने दोगुना राशि नकली नोट देने का दावा करता था। नकली नोट एकदम हूबहू असली जैसे होने का दावा करता था ताकि कहीं भी कोई एजेंसी उसे न पकड़ पाए।
मूलाराम जिगोलो क्लब में शामिल होने के बहाने लोगों को ठगता था। जिगोलो क्लब में लोगों को शामिल कराने के नाम पर अवैध लाभ के लिए उनसे राशि वसूल करता था और उसके बाद कभी अपना मोबाइल नंबर बदलकर जवाब नहीं देता था। उसके मोबाइल के तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि वह अब तक क्लब जिगोलो में शामिल होने के बहाने दो व्यक्तियों से ठगी कर चुका है। इसके बाद 2021 में उसने अपनी इंस्टाग्राम के जरिए नकली नोट बेचने के बहाने लोगों को ठगना शुरू किया। उसने अपने इंस्टाग्राम पर कुछ वीडियो अपलोड किए जहां नकली भारतीय मुद्रा प्रदर्शित की जा रही थी।
उसने उक्त वीडियो को लोगाें को दिखाने के लिए अपलोड किया था कि वह जो नोट उन्हें आपूर्ति करेगा, वह एकदम हूबहू असली जैसे दिखते थे। उसकी इंस्टाग्राम देखने वाले चार लोगों ने नकली भारतीय नोट खरीदने के लिए बुकिंग भी कराई। उसने अपने यूपीआइ से जुड़े पांच बैंक खातों में पेमेंट लिया था। वह केवल वीओआइपी व वाट्स एप काल के जरिए लोगों से बात करता था। उनसे भुगतान प्राप्त करने के बाद वह अपनी इंस्टाग्राम पर वीडियो प्रदर्शित करता था जिसमें दिखाया जाता था कि उसने उन्हें पार्सल में नकली नोट भेज दिया है, लेकिन पार्सल उसके द्वारा कूरियर के माध्यम से बुक नहीं किया जाता था।
काम करने का ढंग
आरोपित ने @fake__currency_indian नाम से इंस्टाग्राम आइडी बनाई थी। उसने अमेजन पार्सल के माध्यम से अपने ग्राहकों को वितरित किए जा रहे उच्च गुणवत्ता वाले नकली भारतीय मुद्रा नोट प्रदर्शित करने वाले कुछ वीडियो अपलोड किए थे। इंस्टाग्राम पर अपने वीडियो के जरिए लोगों को झांसा दिया था कि वह नकली भारतीय नोट की दोगुनी रकम उपलब्ध कराएगा। इस तरह उसने अपनी इंस्टाग्राम व वाट्स एप के जरिए आर्डर लेने लगा। वह पीड़ित का गूगल पे नंबर मांगता था और फिर उस पर हाय संदेश भेजता था। उसके बाद वह उस नंबर पर भुगतान करने के लिए कहता था। वह अपना मोबाइल नंबर ट्रैक होने से बचाने के लिए अजीबोगरीब तरीका अपनाता था।
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