Delhi Weather: दिल्ली में सांसों पर बढ़ता खतरा, 11 इलाकों में AQI 400 पार; विजिबिलिटी भी होने लगी कम
दीवाली के बाद नवंबर महीना लगते ही दिल्ली का मौसम बदलने लगा है। सोमवार को राजधानी के वातावरण में स्मॉग की चादर छाई रहने से विजिबिलिटी में कमी दर्ज की गई। वहीं दिल्ली में सोमवार सुबह 373 एयर इंडेक्स के साथ हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। दिल्ली के 11 इलाकों में 400 से अधिक एयर इंडेक्स बना हुआ है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी के वातावरण में स्मॉग बना हुआ है। इस वजह से सोमवार को दिल्ली में लगातार छठे दिन एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। इससे लोगों की सांसों पर आफत बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली में अभी प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
एयरपोर्ट के पास 1300 मीटर हुई दृश्यता
अगले कुछ दिनों तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। इस बीच सोमवार को आंशिक कोहरा होने से आइजीआई एयरपोर्ट पर सुबह करीब आठ बजे न्यूनतम दृश्यता 2000 मीटर से घटकर 1300 मीटर हो गया, लेकिन थोड़ी देर बाद ही दृश्यता के स्तर में सुधार हो गया।
(2).jpg)
सोमवार सुबह 373 रहा एयर इंडेक्स
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस रहा और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। दिल में आकाश साफ रहेगा और दिल्ली स्मॉग की चादर में लिपटी रहेगी।
सीपीसीबी के अनुसार सुबह के वक्त दिल्ली का एयर इंडेक्स 373 रहा। इस दौरान दिल्ली के 11 इलाकों में एयर इंडेक्स 400 से अधिक गंभीर श्रेणी में रहा। आनंद विहार में एयर इंडेक्स सबसे अधिक 432 रहा।
लाल श्रेणी में पहुंचा नोएडा का प्रदूषण
बीते 24 घंटों में नोएडा शहर का प्रदूषण तेजी से बढ़ा है। रविवार को नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 313 अंक लाल श्रेणी में दर्ज हुआ है। एनसीआर के प्रदूषित शहरों की सूची में नोएडा दिल्ली के बाद दूसरे स्थान पर रहा। हवा की गति और दिशा में बदलाव होने से बीते 24 घंटों में नोएडा का प्रदूषण तेजी से बढ़ा है। शनिवार को नोएडा का एक्यूआई 269 और रविवार को 313 अंक दर्ज हुआ।
24 घंटों में शहर के एक्यूआई में 44 अंक की बढ़ोतरी दर्ज हुई। मौसम के जानकारों ने बताया कि रविवार की शाम से हवा की गति और दिशा में बदलाव होने से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। ग्रेप के तहत लगी पाबंदियों का पालन सख्ती से नहीं कराने पर प्रदूषण का स्तर और तेजी से बढ़ सकता है।
नोएडा का सेक्टर-125 और सेक्टर-62 क्षेत्र में प्रदूषण का बेहद खराब स्थिति में दर्ज हुआ है। यहां पर धूल और धुएं का प्रदूषण सबसे अधिक दर्ज हो रहा है। ग्रेप लागू होने के बाद से दूसरी बार शहर का प्रदूषण लाल श्रेणी में दर्ज हुआ है। हवा की स्थिति खराब होने से बुजुर्गों और बच्चों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।