दैनिक जागरण संस्कारशाला : बच्चों ने कहानी से सीखा- 'ना करें कभी किसी चीज का घमंड'
कार्यशाला में शिक्षिका नुपुर अग्रवाल ने विद्यार्थियों को कहानी सुनाते हुए कहा कि जयनगर नाम के एक समृद्ध राज्य में राजा का पुत्र राजकुमार होता है जिसे अपनी विद्या व ज्ञान पर खूब घमंड होता है। बाद में राजा ने ऐसा काम किया जिससे उसका घमंड चूर-चूर हो गया।
नई दिल्ली, रितु राणा। विद्यार्थियों को अच्छे संस्कारों की सीख देने के उद्देश्य से दैनिक जागरण संस्कारशाला कार्यक्रम के तहत शकरपुर मास्टर ब्लॉक स्थित विद्या बाल भवन पब्लिक स्कूल ने ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें बुधवार को दैनिक जागरण में प्रकाशित कहानी ''बदल गया राजकुमार'' के माध्यम से बच्चों को कभी घमंड न करने की सीख दी गई। इस कहानी से विद्यार्थियों को घमंड का चक्रव्यूह संस्कार की सीख देने का प्रयास किया गया।
राजकुमार का घमंड चूर-चूर
कार्यशाला में शिक्षिका नुपुर अग्रवाल ने विद्यार्थियों को कहानी सुनाते हुए कहा कि जयनगर नाम के एक समृद्ध राज्य में राजा का पुत्र राजकुमार होता है जिसे अपनी विद्या व ज्ञान पर खूब घमंड होता है। उसे लगता है उससे श्रेष्ठ कोई नहीं है इस बात से राजा भी परेशान होने लगे थे। लेकिन एक दिन राजा उसे एक आश्रम में अपने कुलगुरु के पास ले गए जिन्होंने राजकुमार से ऐसे प्रश्न पूछे जिनके वह जवाब नहीं दे पाया और उसका घमंड चूर-चूर हो गया। इस तरह से वह अपने घमंड के चक्रव्यूह से बाहर आ गया।
बच्चों ने लिया संकल्प
इस कहानी को बच्चों ने बहुत ध्यान से सुना और यह संकल्प लिया कि वह कभी अपने अंदर घमंड पैदा नहीं होने देंगे। कार्यशाला ने दौरान विद्यालय शैक्षिक प्रमुख रोहित शर्मा ने कहा हमें खुद को कभी सर्वश्रेष्ठ समझते हुए घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि एक न दिन हर व्यक्ति का घमंड जरूर टूटता है। घमंड व्यक्ति को अपनों से दूर भी कर देता है। उन्होंने कहा कि घमंड एक तरह का नशा होता है जो अच्छे से अच्छे व्यक्ति को बुरा बना देता है। कार्यशाला में करीब 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया और कहानी से प्रेरित होकर उत्सुकतापूर्वक कई प्रश्न भी पूछे।
दिल्ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो