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    दिल्ली में डिजिटल अरेस्ट होने से बची महिला, दैनिक जागरण की खबरें पढ़कर पहले से थीं अलर्ट

    साइबर अपराधी अब डिजिटल अरेस्ट के नाम पर लोगों को डराकर पैसे ऐंठ रहे हैं। लेकिन अगर आप जागरूक हैं तो इन ठगों से बच सकते हैं। पूर्वी दिल्ली में एक महिला ने दैनिक जागरण में छपी खबरें पढ़कर खुद को ठगी से बचाया। महिला के पास दिल्ली पुलिस कमिश्नर के फोटो वाली प्रोफाइल से फोन आया और कहा गया कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है।

    By SHUZAUDDIN SHUZAUDDIN Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 31 Dec 2024 08:47 AM (IST)
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    साइबर अपराधियों से सावधान! डिजिटल अरेस्ट के नाम पर हो रही ठगी। फोटो- जागरण

    जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दैनिक जागरण ने साइबर क्राइम को लेकर 'लुटेरा ऑनलाइन' नाम से एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया हुआ है। इसी अभियान का नतीजा है सोमवार को यमुनापार में एक महिला साइबर अपराधियों का शिकार होने से बच गई। अपराधी ने महिला को डिजिटल अरेस्ट करके डराकर रकम ऐंठने की कोशिश की, लेकिन महिला ने जागरण अखबार में पढ़ा था, ऐसे कोई अरेस्ट नहीं होता है।

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    वाट्सएप पर कॉल आते ही सतर्क हो गई महिला

    प्रीति पचौरी ब्रह्मपुरी में रहती हैं। प्रीति ने बताया कि उनके वाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले की प्रोफाइल पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर का फोटो था। वह दंग रही गई कि आखिर पुलिस अधिकारी का फोन उनके पास क्यों आ रहा है। उन्होंने जैसे ही फोन उठाया तो अपराधी ने कहा उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है।

    दैनिक जागरण के अभियान के तहत लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करती टीम। फोटो- जागरण

    जागरण की खबरें पढ़कर पहले से थीं जागरूक

    उनके भतीजे को ड्रग्स के मामले में पकड़ा गया है। उसे छोड़ने के लिए दो लाख रुपये मांगने लगा। पीड़िता पिछले कुछ दिनों से दैनिक जागरण में छप रही साइबर क्राइम की खबरें पढ़ रही थीं। उन्होंने फोन करने वाले अपराधी से कहा डिजिटल अरेस्ट कुछ नहीं होता है और कॉल कट कर नंबर ब्लॉक कर दिया। भतीजे से भी बात की तो वह अपने घर पर ही था। महिला ने कहा, अखबार पढ़कर जागरूक न होती तो शायद वह भी ठगी जाती।

    दस माह में 900 करोड़ से अधिक का चूना लगा गए साइबर ठग

    साइबर अपराध के बढ़ते मामलों ने दिल्ली वासियों का जीना मुहाल कर रखा है। पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 112 व राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर हर रोज साइबर अपराध से संबंधित 700 से 800 शिकायतें आती हैं, लेकिन उक्त शिकायतों पर मोटी रकम वाले दो से तीन प्रतिशत मामलों में ही एफआईआर दर्ज हो पाती हैं।

    साइबर क्राइम से संबंधित रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल साइबर ठगों ने दिल्ली के लोगों को छह महीने में करीब 175 करोड़ का चूना लगाया। इस साल लोगों के खातों से की गई ठगी की राशि में भारी वृद्धि देखी गई।

    इस साल जून तक साइबर ठग लोगों को 452 करोड़ का चूना लगा चुके हैं। दस माह के आंकड़े तो और चौंकाने वाला है। इस अवधि के दौरान सैकड़ों लोगों को 900 करोड़ से अधिक का चूना लगाया गया।