अमरनाथ यात्रियों के लिए रोजाना 70 सर्टिफिकेट जारी कर रहा दादा देव अस्पताल, यात्रा के लिए ये जांच जरूरी
इसके कारण दोनों सीनियर रेजिडेंट पर ही ओपीडी व अमरनाथ यात्रियों की जांच का दबाव है। चार लैब टेक्नीशियन हैं जिनमें एक की कोविड जांच केंद्र पर ड्यूटी हैं ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दो साल बाद 30 जून से अमरनाथ यात्र शुरू होने जा रही है। इस यात्र पर जाने के लिए लोग अस्पतालों में स्वास्थ्य जांच करा कर सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं। इसके चलते अस्पतालों में काम का दबाव बढ़ गया है। बता दें कि स्वास्थ्य जांच के लिए दिल्ली के अंतर्गत 20 निजी व सरकारी अस्पतालों को चिह्न्ति किया गया है। जिसमें यात्री की सीबीसी (कंप्लीट ब्लड काउंट), एचबी (हीमोग्लोबिन), एलएफटी (लिवर फंक्शन टेस्ट), केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट), एचबीए1सी, लिपिड प्रोफाइल, ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम), एक्स-रे व यूपीटी (यूरिन प्रेग्नेंसी टेस्ट) की जांच की जा रही है।
आ रही यह परेशानी : डाबड़ी स्थित दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय की ओर से अब तक 850 लोगों को स्वास्थ्य सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है। हालांकि स्वास्थ्य कर्मचारियों की किल्लत और काम के दबाव के मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने नियमित रूप से 15 लोगों को सर्टिफिकेट जारी करने का लक्ष्य रखा है, पर यात्रियों का दबाव इतना अधिक है कि अस्पताल रोज 70 लोगों को स्वास्थ्य सर्टिफिकेट प्रदान कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में मेडिसिन विशेषज्ञ नहीं हैं।
इसके कारण दोनों सीनियर रेजिडेंट पर ही ओपीडी व अमरनाथ यात्रियों की जांच का दबाव है। चार लैब टेक्नीशियन हैं, जिनमें एक की कोविड जांच केंद्र पर ड्यूटी हैं। ऐसे में शेष तीन लैब टेक्नीशियन के ऊपर मरीजों के साथ यात्रियों का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है। इससे एक ही जांच केंद्र में पुरुष यात्रियों के साथ गर्भवती महिलाओं की जांच जारी है। ऐसे में महिलाएं काफी संकोच महसूस करती हैं।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सुबह सात बजे से ही कतार लगनी शुरू हो जाती है। दबाव के अनुरूप उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। ऐसे में वे यात्रियों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे है कि यदि वे सक्षम हैं तो किसी भी निजी एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल व लैब से जांच करा लें और रिपोर्ट को देखकर उन्हें अस्पताल से सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
जांच केंद्रों की बढ़े संख्या: अमरनाथ यात्रियों की जांच के लिए चिह्न्ति अस्पतालों में कुछ ऐसे हैं, जो ओपीडी के दबाव को मद्देनजर रखते हुए नियमित रूप से स्वास्थ्य सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं कर रहे हैं। इसके कारण दादा देव अस्पताल में स्वास्थ्य सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए दिल्ली व दिल्ली एनसीआर से यात्री पहुंच रहे हैं। अस्पताल प्रशासन की मांग है कि इंदिरा गांधी अस्पताल व डीडीयू अस्पताल में भी यदि ये सुविधा शुरू हो जाए तो मरीजों को सहूलियत होगी और दूसरे काम का दबाव विभाजित हो जाएगा।
अभी ईसीजी की रिपोर्ट में संशय नजर आने पर यात्रियों को जनकपुरी स्थित अतिविशिष्ट अस्पताल में कार्डियोलाजी विशेषज्ञ के पास रेफर किया जा रहा है। वहां टीएमटी जांच रिपोर्ट सही आने के बाद यात्री को दादा देव अस्पताल आकर स्वास्थ्य सर्टिफिकेट प्राप्त करना पड़ता है। ऐसे में अगर जनकपुरी अतिविशिष्ट अस्पताल में भी जांच सुविधा शुरू हो जाए तो मरीजों को सहूलियत होगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।