भारत माता की जय और वीर जवान अमर रहे के नारों के बीच विदा हो रहे शहीद विनोद
शहीद विनोद का पार्थिव शरीर गाजियाबाद उनके घर पहुंच पहुंच चुका है। अपने लाल की एक झलक पाने के लिए घर पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है। ...और पढ़ें

मोदीनगर (गाजियाबाद), जेएनएन। शहीद विनोद का पार्थिव शरीर गाजियाबाद उनके घर पहुंच पहुंच चुका है। अपने लाल की एक झलक पाने के लिए घर पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है। थोड़ी ही देर में अंत्येष्टि स्थल के लिए सभी रवाना होंगे। लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं। बता दें कि उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा के गांव बाबगुंड में शुक्रवार दोपहर आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ के दौरान गाजियाबाद के मोदीनगर तहसील स्थित कस्बा पतला निवासी सीआरपीएफ के जवान विनोद कुमार (35) शहीद हो गए थे। जवान के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में शोकाकुल हैं।
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कस्बा पतला निवासी विनोद कुमार पुत्र स्वर्गीय चमन सिंह सीआरपीएफ 92 बटालियन में कांस्टेबल थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में थी। गुरुवार रात हंडवाड़ा के गांव बाबगुंड में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने घेराबंदी शुरू कर दी। देर रात सुरक्षाबल जब गांव के भीतरी हिस्से में दाखिल हो रहे थे, तभी एक मकान में छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी।

सुरक्षाबलों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। सीआरपीएफ व आतंकवादियों के बीच शुक्रवार सुबह तक मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने उस मकान को पूरी तरह नष्ट कर दिया, जिसमें आतंकी छिपे थे। बताया जाता है कि शुक्रवार दोपहर जब सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मरा समझकर मकान के मलबे से शवों को निकालना शुरू किया तो उसके नीचे दबे दो आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
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इस फायरिंग में सीआरपीएफ के दो जवान व दो स्थानीय पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए। इनमें पतला के कांस्टेबल विनोद कुमार भी शामिल थे। शहीद विनोद कुमार के परिवार में पत्नी नीतू, पुत्र अंश (9) व पुत्री एलिस उर्फ अनवी (6) हैं।
वहीं इनके अलावा परिवार में तीन भाई राजेंद्र, जोगेंद्र, पप्पू बहनें कुसुम व राजवती हैं। शहीद की माता पाल्लो देवी का देहांत हो चुका है। शहीद के घर पर गमजदा परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा।

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