क्राइम पेट्रोल देखने के बाद बनाया प्लान, 25 लाख रुपये की डकैती के मामले में दो दोस्त गिरफ्तार
दिल्ली में क्राइम पेट्रोल से प्रभावित होकर दो दोस्तों ने एक ट्रस्ट के कार्यालय से 25 लाख रुपये चुरा लिए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर लिया और चोरी किए गए 23.50 लाख रुपये बरामद किए। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने क्राइम पेट्रोल देखकर चोरी की योजना बनाई थी और पुलिस से बचने के तरीके सीखे थे।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल से प्रभावित होकर दो दोस्तों ने भेष बदलकर अराधना एन्क्लेव, आरके पुरम स्थित उड़िया समाज ट्रस्ट के कार्यालय से 25 लाख रुपये चोरी कर लिए। सरोजनी नगर थाना पुलिस ने सीसीटीवी कैमराें की फुटेज की मदद से आरोपितों की पहचान कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों आरके पुरम निवासी राजेन्द्र कुमार और बुराड़ी निवासी राजेश कुमार के पास से चोरी किए गए 23.50 लाख और कार्यालय की अलमारी काटने में इस्तेमाल की गई एक कटर मशीन बरामद की है। दोनों आरोपित दो दिन के पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
दक्षिण पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि 23 सितंबर को सरोजिनी नगर थाना पुलिस को उड़िया समाज ट्रस्ट के कार्यालय में चोरी होने की सूचना मिली थी। मौके पर पुलिस को ट्रस्ट की कार्यकारी निदेशक जेआर दास मिलीं। उनके बयान पर चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने 11 दिनों में 40 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने कार्यालय में प्रवेश करते और बाद में आटो में जाते समय दो संदिग्धों की पहचान की। दोनों ने टोपी, मास्क और हाथों में दस्ताने पहन रखे थे और गर्दन पर तौलिया लपेट कर अपनी पहचान छिपाने का प्रयास किया था। साथ ही पुलिस को गुमराह करने के लिए लंगड़ाते हुए चल रहे थे।
सीसीटीवी कैमरे में दिखे आटो के नंबर के आधार पर पुलिस उसके चालक तक पहुंची। पूछताछ में चालक ने बताया कि उसने दोनों संदिग्धों को नेताजी नगर में छोड़ा था। पुलिस टीम ने नेताजी नगर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की तो एक आरोपित राजेन्द्र कुमार की पहचान की गई।
पुलिस ने नेताजी नगर के गोल चंबारी के पास से राजेन्द्र कुमार को दबोच लिया। पूछताछ करने पर राजेन्द्र ने अपने साथी राजेश के साथ चोरी की वारदात करना कबूल कर लिया। पुलिस ने राजेश के घर से नौ लाख रुपये और राजेन्द्र के मानसरोवर पार्क स्थित ससुराल से 14.50 लाख रुपये बरामद किए।
आरोपित राजेन्द्र कुमार उड़िया ट्रस्ट में ही चालक का काम करता है, जिस कारण उसे वहां पैसे होने की जानकारी थी। राजेन्द्र ने बताया कि वह क्राइम पेट्रोल देखता है। उसने उसी से ही पुलिस से बचने के तरीके देखकर दोस्त के साथ वारदात को अंजाम दिया था।
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