Delhi Crime: दिल्ली में लगातार बढ़ते अपराध की ये है वजह? पहली बार क्राइम करने वालों का आंकड़ा चौंकाने वाला
Delhi Crime Rate दिल्ली में अपराध का ग्राफ बढ़ने का एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 2023 में जघन्य अपराधों में गिरफ्तार किए गए 92 प्रतिशत आरोपित पहली बार अपराध करने वाले थे। विशेषज्ञ माता-पिता के मार्गदर्शन की कमी इंटरनेट मीडिया का प्रभाव और जल्दी पैसे कमाने की इच्छा को इसके प्रमुख कारण मानते हैं। इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन कई व्यावसायिक कार्यक्रम चला रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi Crime News: दिल्ली में वर्ष 2023 में अपराध का ग्राफ पहले के मुकाबले बढ़ा है। अपराध बढ़ने में जो महत्वपूर्ण बात सामने आई है वो यह है कि जघन्य अपराधों में गिरफ्तार किए गए अधिकतर आरोपितों ने पहली बार ही अपराध किया था। यानी लगभग 92 प्रतिशत आरोपित पहली बार अपराध करने वाले थे।
हालांकि, विशेषज्ञ इसके लिए विभिन्न कारकों को जिम्मेदार मानते हैं, जिसमें माता-पिता के मार्गदर्शन की कमी, इंटरनेट मीडिया का प्रभाव और जल्दी पैसे कमाने की इच्छा शामिल है। पुलिस (Delhi Police) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पुलिस ने जघन्य मामलों में 8,570 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से 7,845 पहली बार अपराध करने वाले थे।
डकैती के 135 मामलों में, 127 आरोपित पहली बार वाले थे अपराधी
आंकड़ों से पता चला कि डकैती के 135 मामलों में, 127 आरोपित पहली बार वाले अपराधी (Delhi Crime News) थे। वहीं, हत्या के मामलों में 1,144 आरोपितों में से 1,095 पहली बार अपराध करने वाले थे। इसी तरह हत्या के प्रयास के मामले में 1,892 आरोपितों में से 1,730, डकैती में 2,766 आरोपितों में से 2,292 , दंगों के मामलों में 123 आरोपितों में से 120 और दुष्कर्म मामलों में 2,510 आरोपितों में से 2,481 पहली बार अपराध करने वाले अपराधी थे।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, जघन्य अपराधों में वृद्धि के लिए कई कारक शामिल हैं, जिनमें युवाओं में हथियारों के साथ पोज देने और दूसरों को धमकाने वाली रील बनाना एक प्रभावशाली कारक है। इंटरनेट मीडिया द्वारा बढ़ावा दिए गए इस चलन ने हिंसा और गैंग्सटरवाद को बढ़ावा देने वाली संस्कृति को जन्म दिया है।
पुलिस आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के लिए चला रही कार्यक्रम
युवा गैंग्सटरों की ओर आकर्षित होते हैं। वे यह सोचकर अपराध करते हैं कि उन्हें गिरोह में शामिल होने का कोई रास्ता मिल जाएगा। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि खराब वित्तीय स्थिति भी युवाओं को अपराध की ओर धकेलने में महत्वपूर्ण कारक है।
कुछ मामलों में, गरीबी और हताशा निराशा की भावना को जन्म दे सकती है, जिससे व्यक्ति अपनी आर्थिक परिस्थितियों को बेहतर बनाने के लिए अपराध की ओर मुड़ जाता है। पुलिस प्रशासन आर्थिक तंगी से जूझ रहे युवाओं के लिए कई व्यावसायिक कार्यक्रम चला रहा है।
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