चीनी व्यापारी को थर्ड डिग्री देने वाला SI ट्रांसफर, मुख्यमंत्री ने गठित की एसआइटी
SIT जांच करेगी कि मोहित के साथ वास्तव में ज्यादती हुई थी या नहीं। साथ ही रामगोपाल के खिलाफ दर्ज मामले में को भी देखेगी। एसआइटी संदीप चहल की भूमिका की ...और पढ़ें

फरीदाबाद (जेएनएन)। लखनऊ में पुलिसकर्मी द्वारा विवेक तिवारी को गोली मारने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब फरीदाबाद में खाकी के हनक की खबर ने तूल पकड़ लिया है। फरीदाबाद में क्राइम ब्रांच प्रभारी एक सब इंस्पेक्टर (SI) ने एक व्यापारी को थर्ड डिग्री दी। मामले के तूल पकड़ने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आरोपी SI को ट्रांसफर कर पूरे मामले की जांच एसआइटी को सौंप दी है।
बल्लभगढ़ के चीनी व्यापारी मोहित गोयल को क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर पुलिस द्वारा कथित तौर पर थर्ड डिग्री दिए जाने का मामला तूल पकड़ गया है। विधायक मूलचंद शर्मा द्वारा मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में लाए जाने के बाद क्राइम ब्रांच बदरपुर प्रभारी एसआइ संदीप का ट्रांसफर मधुबन करनाल कर दिया गया है।
मामले की गहनता से जांच के लिए पुलिस आयुक्त ने एसआइटी के गठन का आदेश दिया है। सोमवार को एसआइटी का गठन कर दिया गया। मोहित गोयल के अनुसार उसके पिता रामगोपाल का ओल्ड फरीदाबाद के एक व्यापारी से 2.80 करोड़ रुपये का लेन-देन था। रामगोपाल के अनुसार उन्होंने एक करोड़ रुपये नकद जबकि बाकी राशि के फ्लैट उस व्यापारी को देकर हिसाब बराबर कर दिया था।
वहीं उक्त व्यापारी का कहना है कि रामगोपाल की तरफ उसके 1.33 करोड़ रुपये अभी भी बकाया हैं। ऐसे में उक्त व्यापारी ने जुलाई माह में रामगोपाल सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया। आरोप है कि इस मामले की जांच की बात कहकर पुलिस मोहित को उठाकर ले गई और उसके ऊपर थर्ड डिग्री का प्रयोग किया गया।
शनिवार को इसी मामले में विधायक मूलचंद शर्मा के नेतृत्व में व्यापारी हरियाणा भवन दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले थे। मुख्यमंत्री ने तभी व्यापारियों को इस बाबत उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। अब इस पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है।
इन बिंदुओं की जांच करेगी एसआइटी
इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रामगोपाल व अन्य के खिलाफ ओल्ड फरीदाबाद थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। इसमें वह करीब दो महीने से भूमिगत है। सेशन कोर्ट से उसकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद पुलिस पर गिरफ्तारी का दबाव बढ़ गया था। ऐसे में रामगोपाल के बारे में जानकारी लेने के लिए पुलिस मोहित को पूछताछ के लिए लेकर आई थी।
अब एसआइटी जांच करेगी कि मोहित के साथ वास्तव में ज्यादती हुई थी या नहीं। इसके साथ ही एसआइटी रामगोपाल के खिलाफ दर्ज मामले में को भी देखेगी कि उसमें कितनी सच्चाई है। एसआइटी इस पूरे मामले में एसआइ संदीप चहल की भूमिका की भी जांच करेगी। एसआइटी की रिपोर्ट के आधार पर ही अब कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।