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    दिल्ली क्राइम ब्रांच ने किया नीरज बवाना गैंग का भंडाफोड़, हथियार सप्लायर गिरफ्तार

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 10:03 PM (IST)

    दिल्ली क्राइम ब्रांच ने नीरज बवाना गिरोह को हथियार सप्लाई करने वाले एक कुख्यात बदमाश और तीन अन्य को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 15 पिस्तौल 150 कारतूस और आठ मैगजीन बरामद की गई हैं। पूछताछ में पता चला कि आरोपी मेरठ से हथियार खरीदकर दिल्ली के अपराधियों को सप्लाई करता था। आरोपी पहले भी गिरफ्तार हो चुका है।

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    दिल्ली क्राइम ब्रांच ने हथियार सप्लाई करने वाले एक कुख्यात बदमाश और तीन अन्य को गिरफ्तार किया है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने नीरज बवाना गैंग और अन्य बदमाशों को हथियार सप्लाई करने वाले एक कुख्यात बदमाश और तीन रिसीवर को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 15 पिस्तौल, 150 कारतूस और आठ अतिरिक्त मैगजीन बरामद की गई हैं।

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    गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुख्य सप्लायर मोहम्मद शाजिद उर्फ ​​राशिद निवासी वजीरपुर, जेजे कॉलोनी, रिसीवर विशाल राणा उर्फ ​​भोला निवासी इंद्रपुरी, अनिकेत निवासी राजौरी गार्डन और सौरभ ढींगरा उर्फ ​​मन्नी निवासी कीर्ति नगर के रूप में हुई है। पुलिस इनसे पूछताछ कर गैंग में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

    क्राइम ब्रांच के उपायुक्त हर्ष इंदौरा के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में गोलीबारी की घटनाओं में हुई वृद्धि को देखते हुए क्राइम ब्रांच की टीम हथियार सप्लायरों पर नजर रख रही थी। 11 अगस्त की शाम हेड कांस्टेबल रामबीर को गैंगस्टरों को हथियार सप्लाई किए जाने की गुप्त सूचना मिली।

    सूचना पर एसीपी नरेंद्र बेनीवाल की देखरेख और इंस्पेक्टर नीरज कुमार शर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने नेताजी सुभाष प्लेस के पास जाल बिछाया और कार में सवार मोहम्मद शहीद को धर दबोचा। गाड़ी की तलाशी लेने पर 10 पिस्तौल, 118 कारतूस और आठ अतिरिक्त मैगज़ीन बरामद हुईं।

    पूछताछ के दौरान, उसने बताया कि वह पहले भी दिल्ली भर के कई अपराधियों को अवैध हथियार सप्लाई कर चुका है। उसकी निशानदेही पर, दिल्ली के विभिन्न स्थानों से तीन और हथियार रिसीवर विशाल राणा, अनिकेत और सौरभ ढींगरा को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से अवैध हथियार बरामद किए गए।

    शहीद ने बताया कि वह मेरठ में विभिन्न व्यक्तियों से अवैध हथियार खरीदता था और उन्हें दिल्ली के विभिन्न गिरोहों और अपराधियों, जिनमें नीरज बवाना गिरोह, अफसर गिरोह और अन्य शामिल हैं, को सप्लाई करता था।

    आरोपी का लंबा आपराधिक इतिहास है और वह 2012 से आपराधिक गतिविधियों में शामिल है। उस पर पहले भी डकैती, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2023 में, उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अवैध हथियारों और कारतूसों की एक बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया था।

    जमानत पर रिहा होने के बाद, उसने हथियारों की अवैध तस्करी फिर से शुरू कर दी। उन्होंने प्रत्येक हथियार 35,000-40,000 रुपये में खरीदा और उन्हें 50,000-60,000 रुपये में बेचना शुरू कर दिया, जिससे उन्हें भारी मुनाफा हुआ।