दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा भगोड़ा घोषित बदमाश, संपत्ति धोखाधड़ी मामले में 11 साल से था फरार
दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने 11 साल से फरार एक भगोड़े बदमाश अरुण शर्मा को संपत्ति धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पत्नी के साथ मिलकर घर बेचने के नाम पर 15 लाख रुपये बयाना लेकर किसी और को घर बेच दिया था। वह गुजरात में भी धोखाधड़ी कर चुका है और उसकी पत्नी अभी भी फरार है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में संपत्ति की धोखाधड़ी के मामले में पिछले 11 वर्ष से फरार भगोड़ा घोषित बदमाश को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है।
आरोपित की पहचान बुद्ध विहार के अरुण शर्मा के रूप में हुई है, जो अपनी पत्नी के साथ वर्ष 2014 से फरार था और 15 दिसंबर 2015 को उसे न्यायालय ने भगोड़ा घोषित कर दिया था।
आरोपित दंपती ने कर्ज चुकाने के लिए अपना घर बेचने के नाम पर 15 लाख रुपये बयाना लिया और घर किसी को बेचकर फरार हो गए थे।
उपायुक्त हर्ष इंदाैरा के मुताबिक, एसीपी अशोक शर्मा की देखरेख में और इंस्पेक्टर अजय शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम को आरोपितों को पकड़ने का काम सौंपा गया था। जांच में पता चला कि आरोपित धोखाधड़ी कर गुजरात के वडोदरा भाग गया था और हाल ही में दिल्ली लौटा है।
इस दौरान गुप्त सूचना मिली कि वह कृष्ण विहार स्थित अपने नए किराए के घर में आने वाला है। सूचना पर टीम ने छापेमारी कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2014 में वह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था और उसे पैसों की जरूरत थी। उसने रोहिणी सेक्टर-16 स्थित अपने घर को 65 लाख रुपये में बेचने का समझौता किया। उसने बयाने के तौर पर 15 लाख रुपये लिए और घर किसी और को बेचकर भाग गया। तब से, वह फरार था। यह उसकी पत्नी के नाम पर था और बिक्री का इकरारनामा उसकी पत्नी के नाम पर ही तैयार किया गया था।
वहीं, जांच के दौरान, आरोपित अरुण और उसकी पत्नी जांच में शामिल नहीं हुए। वर्तमान मामले में उसे और उसकी पत्नी दोनों को हाईकोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया।
उसने बताया कि गुजरात में भी उसने कई लोगों से पैसे लिए और वे अभी भी उसकी तलाश कर रहे हैं। उसकी पत्नी भी धोखाधड़ी की साजिश में शामिल थी, जो अभी भी फरार है।
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