पुलिस की गिरफ्त से भागा आरोपित नौ साल बाद गिरफ्तार, हमला कर चार पुलिसकर्मियों को कर दिया था घायल
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नौ साल पहले एक मामले में फरार घोषित अपराधी अकिल को सीमापुरी इलाके से गिरफ्तार किया। अकिल और उसके साथियों ने 2014 में पुलिस टीम पर हमला किया था जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। अदालत ने 2016 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने विशेष सूचना के आधार पर योजनाबद्ध तरीके से उसे गिरफ्तार किया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की ईस्टर्न रेंज-II ने पुलिस हमला करने के मामले फरार चल रहे घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस के उप आयुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपित अकिल पिछले नौ साल से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था, को आखिरकार Seemapuri इलाके से गिरफ्तार किया गया।
साहिबाबाद में लूट के मामले में पुलिस छापेमारी करने गई थी
यह घटना 9 मई 2014 की है, जब उस समय के एसएचओ, इंस्पेक्टर उपेन्द्र की अगुआई में साहिबाबाद (उत्तर प्रदेश) पुलिस की टीम दिल्ली के फ-30, ओल्ड सीमेपुरी में एक छापेमारी करने आई थी।
इस छापेमारी का उद्देश्य आरोपित नौशाद, अजीज और शेरू को पकड़ना था, जो कि साहिबाबाद में एक लूटपाट मामले में शामिल थे।
जैसे ही पुलिस टीम ने छापेमारी शुरू की, अकिल और उसके भाई शेरू, भतीजे अजीज और नौशाद ने पुलिस टीम पर पथराव किया।
हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, गाड़ी भी तोड़ दी थी
जिससे चार पुलिसकर्मी घायल हो गए और सरकारी वाहन (बोलेरो) को भी नुकसान पहुंचाया गया। इस हमले के बाद पुलिस ने दंगा और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की।
इस मामले में अकिल को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया और उसे 30 सितंबर 2016 को अदालत द्वारा घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित कर दिया गया।
क्राइम ब्रांच की टीम ने 15 जून 2025 को सूचना मिलने पर एक योजनाबद्ध कार्रवाई की। हेड कांस्टेबल प्रिंस के नेतृत्व में एसआई शैलेन्द्र और हेड कांस्टेबल मोहित की टीम ने निरीक्षक आशीष दहिमा और एसीपी यशपाल सिंह की निगरानी में आरोपित अकिल को सीमेपुरी क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
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