दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने एक ATM ठग को दबोचा, पैसे निकालने आए लोगों के साथ ऐसा करता था आरोपी
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एटीएम से पैसे निकालने वाले लोगों को ठगने वाले एक भगोड़े को गिरफ्तार किया है। आरोपी कादिर अपने साथियों के साथ मिलकर उन एटीएम को निशाना बनाता था जहां सुरक्षाकर्मी नहीं होते थे। वह भोले-भाले लोगों का डेबिट कार्ड बदलकर पैसे निकाल लेता था। 2017 में उसने एक पीड़ित से 84000 रुपये ठगे थे।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने एटीएम से पैसे निकालने वाले लोगों के डेबिट कार्ड बदलकर उन्हें ठगने वाले भगोड़े को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर उन एटीएम को निशाना बनाता था जहाँ सुरक्षाकर्मी नहीं होते थे।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान लोनी, गाजियाबाद निवासी कादिर के रूप में हुई है। 2017 में उसने भजनपुरा में पीड़ित के डेबिट कार्ड से धोखाधड़ी कर 84,000 रुपये निकाल लिए थे। तब से वह फरार था और 10 अप्रैल, 2019 को अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस उपायुक्त विक्रम सिंह के अनुसार, एसीपी कैलाश चंद्र की देखरेख और इंस्पेक्टर सुनील कुमार कुंडू के नेतृत्व में गठित एक टीम आरोपी की तलाश कर रही थी। तकनीकी निगरानी और मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर आरोपी कादिर को 8 सितंबर को लोनी गोलचक्कर से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह खास तौर पर बिना सुरक्षा वाले एटीएम को निशाना बनाता था। वह और उसके साथी ऐसे भोले-भाले या बुज़ुर्ग लोगों को चुनते थे जिन्हें एटीएम से पैसे निकालने में दिक्कत होती थी और फिर धोखे से उनका डेबिट कार्ड बदलकर पैसे निकाल लेते थे।
5 मार्च 2017 को आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर पीड़ित मोहन चंद गुप्ता का एटीएम कार्ड धोखे से बदल लिया और उसके बाद पीड़ित के खाते से 84,000 रुपये निकाल लिए। भजनपुरा थाने में मामला दर्ज होने के बाद वह पकड़े जाने से बचने के लिए फरार हो गया। जाँच में पता चला कि आरोपी पहले भी यूपी और दिल्ली में धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट आदि से जुड़े 21 मामलों में शामिल रहा है।
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