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Coronavirus Cases in Delhi: कई लोगों के कोरोना संक्रमित होने का शक, प्रोग्राम में हुए थे शामिल

Coronavirus Cases in Delhi 2 दिन पहले निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में जुटी सैकड़ों लोगों की भीड़ में शामिल कुछ लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं जो विदेशों से यात्रा से लौटे थे।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 07:19 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 05:54 PM (IST)
Coronavirus Cases in Delhi: कई लोगों के कोरोना संक्रमित होने का शक, प्रोग्राम में हुए थे शामिल

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता/एएनआइ। Coronavirus Cases in Delhi : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव और खतरे के नजरिये से देश की राजधानी दिल्ली के लिए बुरी खबर है। 100 से ज्यादा लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का शक गहरा गया है। दरअसल, लॉकडाउन के दौरान दो दिन पहले निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में जुटी सैकड़ों लोगों की भीड़ में शामिल कुछ लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं, जो विदेशों से यात्रा करके लौटे थे। उस मरकज में शामिल संदिग्धों को भी दो अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं, समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में कई लोग भर्ती कराए गए थे, इनकी संख्या 100 के करीब पहुंच गई है। आशंका जताई जा रही है, ये सभी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। 

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लॉकडाउन को तोड़ना दिल्ली के लोगों पर भारी पड़ सकता है। रविवार को अचानक बढ़े कोरोना के मामलों से संकट और बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है, हालांकि विशेषज्ञ मरीज बढ़ने के कई अन्य कारण भी बता रहे हैं। 

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मामले में अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार जम्मू व कश्मीर के रहने वाले एक बुजुर्ग भी इसमें शामिल हुए थे, जो इंडोनेशिया गए थे। वहां से वापस आने के बाद निजामुद्दीन मरकज में गए। उनके कोरोना से पीड़ित होने की बात सामने आ रही है।

निजामुद्दीन के एक मकान में 3 संभावित पीड़ित

इसके अलावा निजामुद्दीन में भी जी ब्लॉक में एक ही मकान में तीन लोगों के पीड़ित होने की बात सामने आ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन पहले निजामुद्दीन के एक बुजुर्ग के कोरोना से पीड़ित होने की बात अपनी रिपोर्ट में बताई थी। हालांकि, वह निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे या नहीं यह स्पष्ट नहीं हुआ है।

1000 लोग शामिल हुए प्रोग्राम में

वहीं, दिल्ली पुलिस के अनुसार, इसमें करीब एक हजार लोग शामिल थे, जिसमें कई विदेशों से आए लोग भी थे। उन्हें क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है। इसी क्रम में करीब 60 लोगों में कोरोना वायरस जैसे लक्षण विकसित होने पर उन्हें राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं लोकनायक अस्पताल में निजामुद्दीन से 35 संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया है। इन सभी के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

क्वारंटाइन में हैं 21,860 लोग

स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञ अभी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैलने से इन्कार कर रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि रविवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनका सैंपल दो-तीन दिन पहले जांच के लिए भेजा गया होगा। क्योंकि जांच रिपोर्ट करीब 48 घंटे में मिल रही है। इसलिए पहले से जो संदिग्ध मरीज हैं, उनमें मामले बढ़ सकते हैं। दिल्ली में अभी भी 21,860 लोगों को क्वांरटाइन में रखा गया है। इसमें से विदेशों से आए 4401 यात्री अपने घरों में क्वारंटाइन हैं, जबकि 1142 लोग सरकारी क्वारंटाइन केंद्र में हैं, जबकि 16,317 लोग विदेशों से लौटे लोगों व पीड़ित मरीजों के संपर्क में आए हैं। इन्हें भी घर में ही क्वारंटाइन किया गया है।

सांस के मरीजों की भी शुरू हुई जांच

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं कि पहले के मुकाबले अब अधिक लोगों की जांच की जाने लगी है। जिन लोगों को सांस की परेशानी है। उनकी भी जांच की जा रही है। अधिक लोगों की जांच होना भी मामले बढ़ने का कारण हो सकता है।

घर-घर निगरानी शुरू

विदेश से आए लोगों व पीड़ित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए सभी जिलों में घर घर निगरानी शुरू कर दी गई है। ऐसे लोगों की पहचान कर सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। यह भी वजह कोरोना के मरीज बढ़ने की हो सकती है।

अगले 2-3 दिन में शुरू होगी लॉकडाउन का असर

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल ने कहा कि अभी लॉकडाउन का असर दो-तीन दिनों में दिखना शुरू होगा। मामले निश्चित रूप से कम होंगे। अभी मामले क्यों बढ़े? यह पूरी स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही पता चलेगा।

फिलहाल स्थिति चिंताजनक नहीं

अपोलो अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि एक दिन में मामले 23 आने से डर नहीं है। लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली की सड़कों पर जैसी भीड़ दिखी डर उस बात से है। फिलहाल स्थिति चिंताजनक नहीं है।

तुगलकाबाद में रखे गए 97 लोग तुगलकाबाद में बनाए गए एक आइसोलशेन वार्ड में भी 97 लोगों को रखा गया है। इनमें ज्यादातर लोगों में खांसी, बुखार के लक्षण हैं। बताया जाता है कि ये सभी लोग भी निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज में गए थे। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराकर सैंपल जांच के लिए भेजे जाने की तैयारी चल रही है।


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