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    किसान आंदोलन स्थल पर नहीं हो रहा कोरोना प्रोटोकाल का पालन, बड़े नेता ही उड़ा रहे नियमों की धज्जियां, देखें तस्वीरें

    तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारी कोरोना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। इससे यहां कभी भी कोरोना बम फूट सकता है। प्रदर्शनकारी यहां विभिन्न अवसरों पर कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं।

    By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Thu, 20 May 2021 12:06 PM (IST)
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    यूपी गेट पर चल रहा है कृषि कानून विरोधी धरना, नहीं दिखती शारीरिक दूरी।

    नई दिल्ली/ साहिबाबाद, [अवनीश मिश्र]। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारी कोरोना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। इससे यहां कभी भी कोरोना बम फूट सकता है। यूपी गेट पर 28 नवंबर से धरना चल रहा है। आम किसानों की क्या कहें यहां उनके बड़े नेता ही कोरोना प्रोटोकाल के नियमों की धज्जियां उड़ाते दिख जाते हैं। डॉक्टर और तमाम सरकारों की ओर से चेहरे पर मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए कहा जाता है, अपील की जाती है मगर यहां इन दोनों ही नियमों का पालन नहीं दिखता है। नेता सिर्फ दिखाने के लिए मास्क गले में लटकाए मिल जाते हैं और शारीरिक दूरी का पालन तो नजर ही नहीं आता है। सब एक दूसरे के पास ही बैठे दिखते हैं चाहे वो कोई मीटिंग हो या किसी अन्य तरह का कार्यक्रम।

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    प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रीय राजमार्ग नौ, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और संपर्क मार्ग की दिल्ली जाने वाली लेन और फ्लाईओवर के नीचे पूरी तरह से कब्जा है। प्रदर्शनकारी यहां विभिन्न अवसरों पर कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं। उसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सहित अन्य नेता भी शामिल होते हैं। इस दौरान किसान नेता सहित अन्य प्रदर्शनकारी न तो मास्क का प्रयोग करते हैं और न ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हैं।

    बानगी के रूप में बात करें तो मंगलवार को यहां राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया व पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह की तेरहवीं पर हवन व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। उसमें राकेश टिकैत व अन्य प्रदर्शनकारी शामिल हुए, लेकिन कोरोना के नियमों का पालन नहीं किया। इसके पहले सोमवार को यहां दो बुजुर्ग प्रदर्शनकारियों का जन्मदिन मनाया गया, उस दौरान भी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। 15 मई को किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी कोरोना के नियम तार-तार हुए।

    फैल सकता है कोरोना

    धरना स्थल पर नियमों का पालन नहीं होने के कारण प्रदर्शनकारी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। मंगलवार को ही कुंडली सीमा पर कोरोना लक्षण से ग्रसित प्रदर्शनकारी बलबीर सिंह की मौत हो गई थी। लोगों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने अगर अपनी मनमानी पर अंकुश नहीं लगाया, तो यहां भी यही स्थिति बन सकती है। संयुक्त किसान मोर्चा गाजीपुर बार्डर (यूपी गेट) के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि धरना स्थल पर डाक्टरों की टीम ने किसानों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया है। उन्हें कोरोना व गर्मी से बचाव के उपाय बताए हैं। काढ़ा आदि का सेवन किया जा रहा है। मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग हो रहा है।