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    Delhi News: ड्राइवर ही निकला लूट का मास्टरमाइंड, 55 लाख रुपये का कॉपर स्क्रैप बरामद

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 07:42 AM (IST)

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 48 घंटे के अंदर एक सनसनीखेज मामले को सुलझाया है। न्यू उस्मानपुर इलाके में एक ट्रक ड्राइवर को नशे का इंजेक्शन देकर 55 लाख रुपये का कॉपर स्क्रैप लूट लिया गया था। पुलिस ने ड्राइवर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटा गया माल बरामद कर लिया है। जांच में पता चला कि ड्राइवर ने ही लूट की साजिश रची थी।

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    क्राइम ब्रांच ने 48 घंटे के अंदर मामला सुलझाया। (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। न्यू उस्मानपुर थानाक्षेत्र में सिग्नेचर ब्रिज के पास टाटा-709 ट्रक के चालक को नशे का इंजेक्शन लगाकर 55 लाख रुपये मूल्य के 6000 किलोग्राम कापर स्क्रैप लूटने के मामले में क्राइम ब्रांच ने ट्रक चालक समेत चार आरोपित को गिरफ्तार कर 48 घंटे के अंदर केस की गुत्थी सुलझा ली है। चालक ने

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    अपने स्क्रैप डीलर दोस्त और दो अन्य के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी। उसके बाद नाटकीय अंदाज में वारदात को अंजाम दिया गया। सीसीटीवी फुटेज व चालक के मोबाइल का काल डिटेल रिकार्ड से पुलिस को चालक पर शक गहराने पर जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तब उसने सारी बात बता दी।

    पुलिस ने चारों से पूछताछ के बाद लूटे गए करीब 55 लाख रुपये मूल्य के सभी 6000 किलोग्राम कापर स्क्रैप के अलावा टाटा-709 ट्रक, इंजेक्शन और सिरिंज बरामद कर लिया है।

    डीसीपी हर्ष इंदौरा का कहना है कि नौ सितंबर को मनीष कुमार नाम के चालक ने पुलिस से शिकायत कर बताया कि वह 6000 किलोग्राम कापर स्क्रैप (80 बोरों में पैक) लेकर टाटा 709 ट्रक से लिबासपुर से मंडोली जा रहा था। तभी सुबह 11 बजे सिग्नेचर ब्रिज पार करने के बाद रिंग रोड पर एक स्विफ्ट कार सवार युवकों ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर ट्रक रुकवाया लिया।

    उन्होंने ट्रक की किस्त बकाया होने की बात कही। कुछ देर तक बात करने के बाद दो युवक जबरन ट्रक में घुस गए, उनमें से एक ने उसे इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया। जब उसे जग प्रवेश अस्पताल में होश आया

    तो कापर स्क्रैप की पूरी खेप गायब थी। उसके बयान के आधार पर एफआइआर दर्ज क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी गई। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच करने के बाद उस रूट पर लगे 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज काे खंगाला। मनीष कुमार

    से पूछताछ करने पर उसके बयान विरोधाभासी व संदिग्ध पाए गए। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सारी सच्चाई उगल दिया। जिसके बाद मनीष कुमार को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ के बाद आदित्य, अरुण सोनी व रमजान को भी दिल्ली के अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया गया।

    मनीष कुमार शराब का आदी है। वह कई बार नौकरी से निकाला जा चुका है। वह आजमगढ़, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। आदित्य, छपरा, बिहार का रहने वाला है। वह बेरोजगार है और स्नातक पास है। मनीष का वह करीबी मित्र है। वह भी शराब का आदी है। अरुण सोनी, कोटला विहार का रहने वाला है और कबाड़ी का कम करता है।

    इंजेक्शन लगाने वाले युवक का इंतजाम करने व चोरी का माल बेचने की योजना उसी ने बनाई थी। रमजान, गोंडा, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है वह भी स्मैक और गांजे का आदी है। उसे इंजेक्शन लगाने का अनुभव है। अरुण के कहने पर उसने मनीष को इंजेक्शन लगाया ताकि लूट की घटना असली लगे।