दिल्ली के पहले स्काईवॉक के उद्घाटन को लेकर विवाद, जानें- कहां फंसा पेंच
लोक निर्माण विभाग ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को अवगत करा दिया है कि आठ दिन में परियोजना का काम पूरा हो जाएगा। उद्घाटन के लिए समय बताया जाए।
नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। आइटीओ पर तैयार हो रहे दिल्ली के पहले स्काईवॉक के उद्घाटन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली सरकार खुद उद्घाटन करना चाहती है। जबकि इसने मात्र 20 फीसद राशि ही खर्च की है। वहीं केंद्र सरकार ने शेष खर्च का वहन किया है। इस लिहाज से उद्घाटन करने का हक केंद्र सरकार का बनता है। लोक निर्माण विभाग ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को अवगत करा दिया है कि आठ दिन में परियोजना का काम पूरा हो जाएगा। उद्घाटन के लिए समय बताया जाए।
हरदीप सिंह पुरी और मीनाक्षी लेखी ने किया था शिलान्यास
आइटीओ स्काईवॉक के लिए केंद्र सरकार ने कुल खर्च 54.34 करोड़ में से जून 2016 में 43.47 करोड़ की देने की घोषणा की थी। समय पर दिल्ली सरकार को इस परियोजना के लिए राशि भी दे दी। इस कारण अक्टूबर 2017 में परियोजना पर काम शुरू हो सका। इसका निर्माण कार्य शुरू करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और नई दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने शिलान्यास किया था।
दिल्ली सरकार करना चाहती है उद्घाटन
दिल्ली सरकार लोक निर्माण विभाग पर दबाव बना रही है कि इस परियोजना का शिलान्यास केंद्र ने किया था, इसलिए इसका उद्घाटन दिल्ली सरकार करेगी। उधर, केंद्र सरकार दिल्ली में जाम की समस्या दूर करने के लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार उन परियोजनाओं की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है जिनके लिए उसने राशि दी है।
दोनों सरकारें एक ही मंच पर आ जाएं
केंद्र सरकार चाहती है यह परियोजना जल्द शुरू हो जिससे लोगों को लाभ मिले। लोक निर्माण विभाग चाहता है कि इस समस्या का कोई रास्ता निकले। जिससे उद्घाटन के लिए एक ही कार्यक्रम आयोजित हो और दोनों सरकारें एक ही मंच पर आ जाएं। विभाग इसके लिए प्रयास कर रहा है।
पांच सड़कों को जोड़ रहा है स्काईवॉक
प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन से लोग स्काईवॉक से सीधे सिकंदरा रोड, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, इंद्रप्रस्थ मार्ग और दीनदयाल मार्ग की ओर आ-जा सकेंगे। करीब 54 करोड़ रुपये से तैयार होने वाले इस स्काईवॉक का रोजाना 30 हजार लोग इस्तेमाल करेंगे।