Delhi-Meerut Rapid Rail: निर्माण शुरू दिल्ली-UP के कई शहरों को होगा लाभ
एनसीआरटीसी का दावा है कि निर्माण के दौरान किसी को परेशानी नहीं होगी। जितनी रोड बैरिकेडिंग से घेरी गई है दोनों तरफ मेरठ रोड 5-5 मीटर चौड़ी कर उतनी जगह वाहनों के लिए बनाई गई है।
गाजियाबाद, जेएनएन। देश के पहले दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का निर्माण कार्य सोमवार से गुलधर से दुहाई के बीच शुरू हो गया है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के एमडी विनय कुमार सिंह की मौजूदगी में पहला पिलर बनाने का काम किया जाएगा। इसके लिए मेरठ रोड पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। कांट्रैक्टर ने निर्माण स्थल पर सभी उपयोगी मशीनें पहुंचा दी हैं। सरिया और निर्माण सामग्री आ चुकी है।
एनसीआरटीसी का दावा है कि निर्माण के दौरान किसी को परेशानी नहीं होगी। जितनी रोड बैरिकेडिंग से घेरी गई है, दोनों तरफ मेरठ रोड पांच-पांच मीटर चौड़ी कर उतनी जगह वाहनों के लिए बनाई गई है। इसके अलावा आसपास के लोगों के लिए कट और पर्याप्त यू-टर्न बनाए गए हैं। इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले किया था, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था।
दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होकर कौशांबी के रास्ते कॉरिडोर गाजियाबाद में प्रवेश करेगा। मदन मोहन मालवीय मार्ग के किनारे-किनारे साहिबाबाद तक बनेगा। रेलवे लाइन से इसे टर्न किया जाएगा। फिर कॉरिडोर रेलवे लाइन के साथ बनेगा। वसुंधरा के पास हिंडन रेलवे पुल से मोड़ते हुए एलिवेटेड रोड के ऊपर से इसे जीटी रोड स्थित मेरठ तिराहे तक बनाया जाएगा।
यहां से मेरठ रोड के बीचोंबीच कॉरिडोर मेरठ के मोदीपुरम तक बनाया जाएगा। 82.15 किलोमीटर का कॉरिडोर कई चरणों में बनाया जाएगा। 68.03 किलोमीटर एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा जबकि 14.12 किलोमीटर कॉरिडोर भूमिगत होगा। एनसीआरटीसी ने मेरठ तिराहे से दुहाई तक निर्माण का ठेका दे दिया है। उसमें भी पहले गुलधर से दुहाई के बीच नौ किलोमीटर हिस्से में सबसे पहले कॉरिडोर कर निर्माण कार्य कराया जाएगा।
रैपिड रेल के प्रस्तावित स्टेशन
दिल्ली: सराय कालेखां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार
गाजियाबाद: साहिबाबाद, गाजियाबाद (मेरठ तिराहा ¨हडन मोटल), गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ
मेरठ: मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल, मोदीपुरम ( इसके अतिरिक्त आठ मेट्रो स्टेशन भी बनेंगे)
प्रोजेक्ट से जुड़े फैक्ट्स
- लागत 31632 करोड़ रुपये
- स्टेशनों के बीच पांच से दस किलोमीटर का फासला
- 2024 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य
- वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग से 2054 तक लागत वसूली जाएगी
सुधीर शर्मा (सीपीआरओ, एनसीआरटीसी) के मुताबिक, रैपिड रेल परियोजना का इंजीनियरिंग वर्क सोमवार से शुरू होगा। पहले पिलर बनाने का काम किया जाएगा। निर्माण शुरू करने की तैयारी पूरी कर दी गई है।

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