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    Boycott Turkey: पाकिस्तान के 'यार' तुर्किये-अजरबैजान को सबक सिखाने की तैयारी, दिल्ली में जुटेंगे व्यापारी

    Updated: Thu, 15 May 2025 01:39 PM (IST)

    कैट (Confederation of All India Traders) दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में तुर्किये और अजरबैजान के साथ व्यापार पर बड़ा निर्णय लिया जाएगा क्योंकि इन देशों पर पाकिस्तान का समर्थन करने का आरोप है। देश भर के व्यापारी नेता एकत्रित होकर इस मुद्दे पर विचार करेंगे और भारत के खिलाफ देशों के साथ व्यापार बंद करने पर फैसला ले सकते हैं।

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    कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने व्यापारियों की बैठक बुलाई है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कल (शुक्रवार) को नई दिल्ली में देश के विभिन्न राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं की एक राष्ट्रीय कॉन्फ्रेस बुलाई है, जिसमें पाकिस्तान का समर्थन करने के कारण तुर्किये व अजरबैजान के साथ व्यापारियों द्वारा सभी वस्तुओं का आयात-निर्यात व्यापार बंद किए जाने पर निर्णय लिया जाएगा। 

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    कैट का कहना है कि जो भी देश भारत के खिलाफ है, उसके साथ व्यापार करने का कोई सवाल ही नहीं है और देश के व्यापारियों द्वारा अपनी देशभक्ति को प्रदर्शित करने का यही समय है। 

    बैठक में लिए जाएंगे बड़े निर्णय

    पूरे देश के साथ व्यापारी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट होकर खड़े हैं। कॉन्फ्रेस में भारत की सेनाओं के शौर्य एवं पराक्रम के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए देशभर में तिरंगा यात्रा का आयोजन एवं ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा भारत के खुदरा व्यापार को नुकसान पहुंचाने के मामले में आगे आंदोलन को लेकर भी बड़े निर्णय लिए जाएंगे।

    देखिए ये आंकड़ा

    कैट के राष्ट्रीय महामंत्री व दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अप्रैल 2024 से लेकर फरवरी 2025 के अप्रैल के बीच भारत का तुर्की को निर्यात 5.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 6.65 अरब अमेरिकी डॉलर था, जबकि इसी अवधि में भारत का तुर्किये से आयात 2.84 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2023-24 में 3.78 अरब अमेरिकी डॉलर था। 

    इसी प्रकार इसी अवधि में अजरबैजान को भारत का निर्यात केवल 86.07 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह 89.67 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। दूसरी तरफ अजरबैजान से भारत का आयात इसी समय के दौरान केवल 1.93 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2023-24 में 0.74 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। 

    कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया कि भारत से तुर्किये को रिफाइंड, पेट्रोलियम, मोटर व्हीकल्स और पार्ट्स, स्टील, कैमिकल्स, दवाएं, कीमती पत्थर और वस्त्र सहित कई प्रमुख वस्तुएं निर्यात होती हैं, जबकि तुर्किये से भारत को कच्चा पेट्रोलियम, मशीनरी, मार्बल, गोल्ड, फल, प्लास्टिक और वस्त्र आयात होते हैं। 

    भारत से अजरबैजान को तंबाकू, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी, दवाएं, सिरेमिक उत्पाद, अनाज आदि निर्यात होते हैं, जबकि अजरबैजान से भारत को प्रमुख रूप से खनिज तेल, कैमिकल्स, कच्ची खालें, एल्यूमिनियम और काटन आदि आयात होते हैं। 

    खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारिक बहिष्कार के परिणामस्वरूप तुर्किये को निर्यात में अरबों डॉलर के नुकसान के साथ-साथ घरेलू उद्योगों, जैसे स्टोन और माइनिंग, फर्नीचर, वस्त्र, और खाद्य प्रसंस्करण पर बड़ा असर होगा।

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    खंडेलवाल ने स्पष्ट कहा कि इन दोनों देशों का भारत के साथ व्यापार उनके लिए लाभकारी है और यदि भारतीय व्यापारी और उद्योगपति सामूहिक रूप से इन देशों का व्यापारिक बहिष्कार करते हैं, तो यह उन्हें आर्थिक रूप से झकझोर देगा और उन्हें भारत के खिलाफ खड़े होने की कीमत चुकानी पड़ेगी।