मोहल्ला क्लीनिक को लेकर उठे सवाल, सीएम बोले- गलत है जल बोर्ड की रिपोर्ट
सीएम केजरीवाल ने पश्चिम विहार में ई-ब्लॉक सरस्वती विहार व आरबीआइ एंक्लेव का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जल बोर्ड द्वारा दी गई रिपोर्ट गलत है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली में बनाए जा रहे मोहल्ला क्लीनिक को लेकर उठाए गए सवालों पर जांच करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को दो जगहों पर पहुंचे। उन्होंने स्थल का मुआयना कर मोहल्ला क्लीनिक बनाने का आदेश दिया। इससे पहले दिल्ली जल बोर्ड सहित अन्य विभागों की तरफ से कुछ मोहल्ला क्लीनिक की जगहों को लेकर सवाल उठाए गए थे। विभागों का कहना था कि उक्त जगह पर मोहल्ला क्लीनिक नहीं बनाए जा सकते। इस वजह से कुछ क्लीनिक का निर्माण कार्य रुक गया था।
जल बोर्ड द्वारा दी गई रिपोर्ट गलत
शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एके सिंह, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ दौरा किया। उन्होंने पश्चिम विहार में ई-ब्लॉक सरस्वती विहार व आरबीआइ एंक्लेव का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जल बोर्ड द्वारा दी गई रिपोर्ट गलत है। यहां मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए पर्याप्त जगह है।
मोहल्ला क्लीनिक बनाने के निर्देश
अरविंद केजरीवाल ने जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एके सिंह से कहा कि यदि कोशिश की जाए तो यहां आधुनिक मोहल्ला क्लीनिक बनाए जा सकते हैं। उन्होंने पश्चिम विहार के ब्लाक बी जी-6 में रह रहे लोगों की मांग पर मोहल्ला क्लीनिक बनाने के निर्देश दिए।
डॉक्टरों व चिकित्सा संसाधनों की कमी
गौरतलब है कि मोहल्ला क्लीनिक को आम आदमी पार्टी की सरकार अपनी बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश करती रही है। इसलिए दिल्ली सरकार मोहल्ला क्लीनिकों का बड़ा नेटवर्क जल्द खड़ा कर लेना चाहती है। वहीं दूसरी ओर सरकार के निर्देश के बावजूद स्वास्थ सेवा महानिदेशालय पहले से बनकर तैयार मोहल्ला क्लीनिकों को शुरू नहीं कर पा रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले से बनकर तैयार मोहल्ला क्लीनिकों को शुरू करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित वक्त से दो सप्ताह अधिक समय बीत चुका है। फिर भी 20 मोहल्ला क्लीनिक शुरू नहीं हो पाए। डॉक्टरों व चिकित्सा संसाधनों की कमी आड़े आ रही है।
कई क्लीनिक क्षतिग्रस्त हो गए
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने मोहल्ला क्लीनिकों की दुर्दशा सामने आने पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कई क्लीनिकों का निरीक्षण किया था। इसके बाद यह बात सामने आई थी कि 30 मोहल्ला क्लीनिक करीब डेढ़ साल से बनकर तैयार हैं, जो बंद पड़े थे। लंबे समय से बेकार पड़े होने के कारण कई क्लीनिक क्षतिग्रस्त भी हो गए थे। सरकार ने एक जुलाई से उन सभी क्लीनिकों को शुरू करने का फरमान जारी किया था।